इसी साल शुरुआत में बीजेपी से बगावत कर विष्णु लाटा मेयर बने। कांग्रेस ने लाटा को समर्थन दिया तो बीजेपी सत्ता से बेदखल हो गई। वार्डों से सफाई कर्मचारी हटाने के विरोध में बीजेपी पार्षद वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। बैठक शुरू हुई तो शोरगुल और हंगामे के बीच पांच बार स्थगित करनी पड़ी। सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और विधायक गंगादेवी भी बैठक में आईं। बीजेपी-कांग्रेस पार्षदों के बीच धक्का-मुक्की हुई।
डिप्टी मेयर मनोज भारदज भी धरने पर बैठ गए। हंगामा और नारेबाजी के बीच मेयर ने साधारण सभा की बैठक स्थगित करने का एलान कर दिया
डिप्टी मेयर मनोज भारदज भी धरने पर बैठ गए। हंगामा और नारेबाजी के बीच मेयर ने साधारण सभा की बैठक स्थगित करने का एलान कर दिया
एक तरह से हंगामे की भेंट चढ़ चुके सदन में जयपुर के विकास के मुद्दे गायब हो गए और जनता अपने वोट को देखकर खुद को कोसती रही। अब आने वाले समय में जनता किसे चुनती है। ये देखने वाली बात होगी।