विधायक ने दी आंदोलन की चेतावनी वहीं विधायक हरिराम चेरो ने यह भी बताया कि हमने भी खनन अधिकारी का वीडियो देखा है। इन सभी बातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराऊंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी काम नहीं करते। विधायक हरिराम चेरो ने कहा कि मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए और घायलों को 25 लाख रुपए की सहायता तत्काल दी जाए और यदि ऐसा नहीं होता है तो खनन क्षेत्र में मैं लंबा आंदोलन करूंगा।
2022 में हो जाएगा सफाया इसके साथ ही विधायक हरिराम चेरो ने मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाया कि वह केवल अधिकारियों की बात सुनते हैं और इसी तरह सुनते रहे तो 2022 में सफाया हो जाएगा। वहीं जिले में खनन क्षेत्र का निरीक्षण करने और पीड़ितों से मिलने पहुंचे बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी पर भी सवालिया निशान खड़ा करते हुए विधायक कहा कि यदि बेसिक शिक्षा मंत्री के परिवार में हादसा हुआ होता तो वह क्या मांगते। उनके तो एक ही इंजेक्शन की कीमत 50 हजार होती है।
खदान धंसने से पांच मजदूरों की हुई थी मौत दरअसल सोनभद्र जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में शुक्रवार की शाम पत्थर की छोटी खदान धंस गई थी। 34 घंटे तक मलबा निकालने के साथ-साथ कुल पांच मजदूरों के शव निकाले गए हैं। धंसी हुई खदान से शनिवार को दो मजदूरों के शव मिले थे, रविवार को तीन और मजदूरों के शव मिले। पांच मजदूरों की खदान धंसने से मौत की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेते हुए प्रभारी मंत्री सतीश द्विवेदी को निरीक्षण के लिए भेजा। रविवार को पहुंचे प्रभारी मंत्री हादसे में घायल मजदूरों का हालचाल लेने अस्पताल भी गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक आश्रितों को को चार-चार लाख और घायलों को 50-50 रुपये का हजार का मुआवजा दिए जाने का निर्देश दिया है।
Report- Santosh Jaiswal
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