समय-धन बर्बाद: कार्यस्थल से तीन किलोमीटर दूर हाजिरी?

आशा कार्यकर्ताओं ने मांगों को लेकर लगाए नारे, ज्ञापन सौंपा।कार्य क्षेत्र गांवों व शहर के मोहल्लों में।

<p>रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल परिसर में शनिवार को नारे लगाती आशा कार्यकर्ता।</p>
रेवाड़ी. ऑल इंडिया यूनाईटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी) से संबंधित आशा कार्यकर्ताओं ने मांगों व समस्याओं को लेकर शनिवार को नगर के राव तुलाराम पार्क से प्रदर्शन किया। वहां से नारे लगाते हुए नागरिक अस्पताल पहुंची और मुख्यमंत्री के नाम सीएमओ को ज्ञापन सौंपा। यूनियन प्रधान राजबाला ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं के लिए सेंटरों पर हाजिरी लगाने का सरकार का आदेश व्यवहारिक नहीं है।
आशाओं का कार्य क्षेत्र अपने गांवों व शहर के मोहल्लों में होता है। सेंटर कार्यस्थल से दो-तीन किलोमीटर दूर होने से रुपए व समय की बर्बादी होती है। आशा कार्यकर्ताओं के पास अपने साधन भी नहीं है, उन्हें अकेले पैदल जाना पड़ता है, जो सुरक्षा दृष्टि से भी ठीक नहीं है। उन्होंने आशाओं की हाजिरी कार्य स्थल गांव या शहर में लगवाने, गांवों में आशा सेंटर खोलने, मासिक वेतन प्रत्येक महीने 7 तारीख से पहले खाते में जमा होने, सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने व श्रमिक श्रेणी में रखकर 28000 रुपए प्रतिमाह न्यूनतम वेतन देने की मांग की।
सभी स्कीम वर्करों से भेदभाव का आरोप
इस पहले पार्क में आयोजित बैठक में एआईयूटीयूसी के राज्य प्रधान का. राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं सहित सभी स्कीम वर्करों से भेदभाव कर रही है। उनको नाम मात्र का मेहनताना देकर 24 घंटे कार्य करवाया जाता है। प्रत्येक स्वास्थ्य स्कीम को आशा कार्यकर्ता ही लागू करती है। परंतु उनकी अनदेखी की जा रही है। जिला प्रधान का. बलराम, यूनियन महासचिव सुषमा यादव, सचिव संतोष यादव आदि इस दौरान उपस्थित थे।
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