ABUROAD : शहर की आधे से अधिक आबादी वाले गांधीनगर में जर्जर हाल सामुदायिक भवन

– सामाजिक व धार्मिक आयोजनों के लिए निजी भवनों या अन्यत्र आयोजन को होना पड़ता है मजबूर

<p> भाटवास सामुदायिक भवन</p>


आबूरोड. शहर की आधी से अधिक आबादी वाले क्षेत्र गांधीनगर में सामाजिक व धार्मिक आयोजन के लिए एक भी सामुदायिक भवन सुचारू स्थिति में नहीं है। वर्तमान में नगरपालिका के भाटवास, सेंट पॉल्स स्कूल के पास सामुदायिक भवन है। वहीं प्रदेश स्तर पर हर शहर में बनाया गया अम्बेडकर भवन शहर के गांधीनगर शिवाजी कॉलोनी में पालिका प्रशासन की ओर से अधिक लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया गया था। वर्तमान में यहां इंदिरा रसोई योजना का संचालन होने से इसका उपयोग आयोजनों के लिए नहीं किया जा रहा है।
गांधीनगर क्षेत्र के दो सामुदायिक भवनों की बात करें तो भाटवास व सेंट पॉल्स स्कूल के पास स्थित सामुदायिक भवन की जर्जर हाल स्थिति को देखकर कोई भी यहां आयोजन के लिए भवन किराए पर नहीं लेता है। गत कई वर्षों से इन भवनों का मरम्मत कार्य नहीं किया गया है। रखरखाव के अभाव में छतों के प्लास्तर टूटने के अलावा खिड़कियां दरवाजे भी क्षतिग्रस्त हाल में है। कोई आयोजन करवाने पर आमजन अपने स्तर पर ही मरम्मत करवाने को मजबूर है। नगरपालिका प्रशासन की ओर से इन दोनों भवनों की मरम्मत करवाने की दरकार है।

सडक़ों पर आयोजन से अन्य लोगों को परेशानी
सबसे बड़ा आबादी क्षेत्र होने के बावजूद सामुदायिक भवन जैसी सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण रहवासी अन्य निजी पार्टी प्लॉट पर अधिक राशि देकर आयोजन करवाते हैं या फिर गली मोहल्लों में ही सडक़ पर टेंट लगाकर आयोजन किए जाते हैं। गली-मोहल्लों में लगाए जाने वाले टेंट के कारण अन्य लोगों को आवाजाही में परेशानी होना लाजिमी है। रहवासियों ने बताया कि पालिका प्रशासन को क्षेत्र में सामुदायिक भवनों की स्थिति सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। एक भी सरकारी भवन की स्थिति ठीक नहीं होने से घर के आसपास ही कार्यक्रम करवाना आमजन की मजबूरी है।

इन्होंने बताया…


इंदिरा रसोई को गांधीपार्क स्थित हॉल में शिफ्ट किया जाना प्रस्तावित है। इसके बाद आमजन को अम्बेडकर भवन का फायदा मिल सकेगा। अन्य दो सामुदायिक भवनों को भी आगामी निविदाओं में शामिल कर मरम्मत कार्य करवाया जाएगा।
– मगनदान चारण, अध्यक्ष, नगरपालिका आबूरोड.
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.