अधिकारियों को सख्त निर्देश मिल रहे हैं, लेकिन नतीजा राहत भरा देखने को नहीं मिल रहा है। वजह बन रही है बैंकों की उदासीनता। पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत हितग्राहियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए 10 हजार रुपए शून्य ब्याज दर पर कर्ज दिए जाने का प्रावधान है।
योजना के तहत शहरी क्षेत्र के 3184 हितग्राहियों को लाभान्वित करना है। केंद्र सरकार की इस योजना में नगर निगम को 3184 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य दिया गया है। बताया गया कि योजना का लाभ लेने के लिए अब तक ऑनलाइन माध्यम से 1805 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इनमें से केवल 180 हितग्राहियों के आवेदन स्वीकृत हो पाए हैं। बाकी के करीब 90 फीसदी आवेदन अभी बैंकों में लंबित हैं। आवेदनों के स्वीकृति में बाधा बैंकों की उदासीनता का नतीजा माना जा रहा है। फिलहाल नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए मिले लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 158 लोगों को योजना का लाभ दे दिया है।
पुराना जमा किया तो 20 हजार मिलेगा
योजना के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि जिन हितग्राहियों ने पिछले वर्ष योजना का लाभ लिया है और कर्ज में मिले 10 हजार रुपए की रकम जमा कर दी है। वह अब की बार 20 हजार रुपए शून्य ब्याज दर पर कर्ज ले सकते हैं। यह कर्ज भी उन्हें निर्धारित अवधि में जमा करना होगा। समय पर पहले जमा करने पर हितग्राहियों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
योजना के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि जिन हितग्राहियों ने पिछले वर्ष योजना का लाभ लिया है और कर्ज में मिले 10 हजार रुपए की रकम जमा कर दी है। वह अब की बार 20 हजार रुपए शून्य ब्याज दर पर कर्ज ले सकते हैं। यह कर्ज भी उन्हें निर्धारित अवधि में जमा करना होगा। समय पर पहले जमा करने पर हितग्राहियों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
स्वरोजगार शुरू करने दी जा रही मदद
हितग्राहियों को शून्य ब्याज दर पर 10 या 20 हजार रुपए की रकम इसलिए मुहैया कराई जा रही है, ताकि हितग्राही कोरोना संक्रमण की इस आपदा में खुद का रोजगार शुरू कर सकें। खासतौर पर यह योजना घर वापस लौटे परदेसियों के लिए है, लेकिन अब इसका लाभ कोई भी ले सकता है।
हितग्राहियों को शून्य ब्याज दर पर 10 या 20 हजार रुपए की रकम इसलिए मुहैया कराई जा रही है, ताकि हितग्राही कोरोना संक्रमण की इस आपदा में खुद का रोजगार शुरू कर सकें। खासतौर पर यह योजना घर वापस लौटे परदेसियों के लिए है, लेकिन अब इसका लाभ कोई भी ले सकता है।