नियम विरुद्ध बताया कार्य
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि किसानों के ट्रेक्टर पर रॉयल्टी व टेक्स तक लागू नहीं होता। लेकिन, आरटीओ के अधिकारियों ने सारे नियम दरकिनार कर कोरोना काल में पहले से परेशान किसान पर उनके ट्रेक्टर की कीमत से भी ज्यादा पांच से आठ लाख रुपये तक की पैनल्टी लगाकर उनकी परेशानी ओर बढ़ा दी है। उनकी मांग है कि ये पैनल्टी तुरंत रद्द की जाए। चेतावनी भी दी कि जब तक मांग नहीं मानी जाएगी, तब तक आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा।
गुपचुप में लगाई पैनल्टी
माकपा नेता अमराराम का कहना है कि किसानों पर ओवर लोड के नाम पर यह पैनल्टी गुपचुप में लगाई गई है। वाहनों को बेचने या फिटनेस के दौरान उसे यह गुपचुप लगाई पैनल्टी बताई जा रही है। जो उसके वाहन की कीमत से भी डेढ़ से दो गुना तक है। जो सरासर नाइंसाफी है।