जानकारी के अनुसार 20 जुलाई को कुसमी थाना क्षेत्र से दो किशोरियां रहस्यमय ढंग से गायब हो गईं थीं। इसके अगले दिन परिजनों ने थाने में शिकायत की थी। जिसपर पुलिस ने अगवा किए जाने का मामला दर्ज किया गया था। बाद में सायबर सेल से दोनों की लोकेशन गुजरात के सूरत में मिली। पुलिस टीम दबिश देकर सूरत से दोनों किशोरियों को बरामद कर सीधी ले आई। कलमबंद बयान में किशोरियों ने बलात्कार किए जाने की जानकारी दी। इस पर पुलिस ने अपहरण और रेप का मामला दर्ज किया। बयान के समय ही एक किशोरी की हालत बिगड़ गई तो जिला अस्पताल ले जाया गया। उसे सर्जरी की जरूरत होने के कारण रीवा भेज दिया गया है। अब वहां के संजय अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है, जो दबिश के दौरान भाग निकले थे।
फोन पर नौकरी का झांसा देकर बुलाया था सूरत
किशोरियों के बयान के अनुसार अपहरण व रेप करने वाले आरोपी उनके जान पहचान के हैं, जो सूरत में रहकर काम करते हैं। फोन कर उन्होंने अच्छा काम दिलाने का झांसा देकर सूरत बुलाया था। लेकिन जब वे वहां पहुंची तो बंधक बना लिया गया। एक कमरे में बांधकर रखा गया और बलात्कार किया गया।
पुलिस गंभीर होती तो पहले ही हो जाती बरामदगी
किशोरियों की गुमशुदगी की सूचना पुलिस तक 24 घंटे के भीतर ही मिल गई थी। अगर अधिक तत्परता दिखाई गई होती तो उनकी लोकेशन सायबर सेल से पहले ही हासिल करके रास्ते में ही रोका जा सकता था। अगर ऐसा होता तो किशोरियां आरोपियों के चंगुल में पहुंचने से पहले ही बचा ली जातीं। देरी से लोकेशन टे्रस किए जाने से आरोपियों को हैवानियत का मौका मिल गया।
सूरत से दस्तयाब किया है
जिले से अपहृत हुई दो नाबालिग लड़कियों को सूरत से दस्तयाब किया गया। बयान में उनके द्वारा बालात्कार होने की जानकारी दी गई थी। जिसपर अपहरण व रेप का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। एक किशोरी की हालत खराब होने पर उपचार चल रहा है।
अंजुलता पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीधी
फोन पर नौकरी का झांसा देकर बुलाया था सूरत
किशोरियों के बयान के अनुसार अपहरण व रेप करने वाले आरोपी उनके जान पहचान के हैं, जो सूरत में रहकर काम करते हैं। फोन कर उन्होंने अच्छा काम दिलाने का झांसा देकर सूरत बुलाया था। लेकिन जब वे वहां पहुंची तो बंधक बना लिया गया। एक कमरे में बांधकर रखा गया और बलात्कार किया गया।
पुलिस गंभीर होती तो पहले ही हो जाती बरामदगी
किशोरियों की गुमशुदगी की सूचना पुलिस तक 24 घंटे के भीतर ही मिल गई थी। अगर अधिक तत्परता दिखाई गई होती तो उनकी लोकेशन सायबर सेल से पहले ही हासिल करके रास्ते में ही रोका जा सकता था। अगर ऐसा होता तो किशोरियां आरोपियों के चंगुल में पहुंचने से पहले ही बचा ली जातीं। देरी से लोकेशन टे्रस किए जाने से आरोपियों को हैवानियत का मौका मिल गया।
सूरत से दस्तयाब किया है
जिले से अपहृत हुई दो नाबालिग लड़कियों को सूरत से दस्तयाब किया गया। बयान में उनके द्वारा बालात्कार होने की जानकारी दी गई थी। जिसपर अपहरण व रेप का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। एक किशोरी की हालत खराब होने पर उपचार चल रहा है।
अंजुलता पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीधी