श्रावस्ती

यूपी में सरकार दे रही है आम की बागवानी को बढ़ावा

प्रदेश में लगभग 40 से 45 लाख मैट्रिक टन आम उत्पादित होता है, जो देश के कुल उत्पादन का लगभग 83 प्रतिशत है।

श्रावस्तीMar 11, 2021 / 08:15 pm

Abhishek Gupta

श्रावस्ती. आम भारतवर्ष का ही नहीं बल्कि विदेश की अधिकांश जनसंख्या का एक पसंदीदा और सबसे लोकप्रिय फल है। इसका स्वाद, इसमें मौजूद पोषक तत्व, आकर्षक रंग, विशिष्ट मिठास आदि विशेषताओं के कारण इसे फलों का राजा कहा जाता है। भारत आम उत्पादन में विश्व के अनेक देशों में से एक अग्रणी देश है। विश्व के कुल आम उत्पादन में से लगभग 40 प्रतिशत आम का उत्पादन भारत में ही होता है। भारतवर्ष में उत्तर प्रदेश, प्रमुख उत्पादक राज्य हैं। इसके अतिरिक्त यह छोटे स्तर पर लगभग सभी मैदानी क्षेत्रों में उगाया जाता है। आम उत्पादन में उचित परिपक्वता निर्धारण के साथ वैज्ञानिक ढंग से तुड़ाई, सुरक्षित रखरखाव एवं पैकेजिंग बेहतर प्रबंधन के मुख्य आधार को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार आम उत्पादन को लगातार बढ़ावा दे रही है।
आम का उत्पादन भारत में प्राचीन काल से ही किया जा रहा है। भारत में इस फल की महत्ता समाज के आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन में विशेष महत्व रखती है। आम का फल सभी जनमानस को सरलता से उपलब्ध होता है। इस फल की पौष्टिकता व विभिन्न गुणों के कारण ही सभी लोग इसे पसन्द करते हैं।
आम उत्तर प्रदेश की मुख्य बागवानी फसल है। प्रदेश में लगभग 40 से 45 लाख मैट्रिक टन आम उत्पादित होता है, जो देश के कुल उत्पादन का लगभग 83 प्रतिशत है। आम उत्पादन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश के बाद आंध्र प्रदेश, बिहार एवं कर्नाटक आम उत्पादन करने वाले अग्रणी राज्य हैं।
उत्तर प्रदेश में सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, सुल्तानपुर जनपद आम फल पट्टी क्षेत्र घोषित है। जहां पर दशहरी, लंगड़ा, लखनऊ सफेदा, चौसा, बाम्बे ग्रीन रतौल, फजरी, रामकेला, गौरजीत, सिन्दूरी आदि किस्मों का उत्पादन किया जा रहा है। मलिहाबाद फल पट्टी क्षेत्र के 26,400 हेक्टेयर क्षेत्रफल में दशहरी, लंगड़ा, लखनऊ सफेदा, चौसा उत्पादित किया जा रहा है। फलों की गुणवत्ता एवं भण्डारण तथा विपणन के लिए प्रदेश सरकार ने मलिहाबाद में विशेष व्यवस्था की है।

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