सिंचाई के साथ-साथ पेयजल का मुख्य स्रोत है मड़ीखेड़ा डैम

ब्रह्मा, विष्णु, महेश बना शिवपुरी का मड़ीखेड़ा डैम, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया व भिंड के 453 गांव में सिंचाई, बिजली उत्पादन व शहर सहित 8 41 गांव को पेयजल देने की तैयारी

<p>सिंचाई के साथ-साथ पेयजल का मुख्य स्रोत है मड़ीखेड़ा डैम</p>

शिवपुरी। सिंध नदी पर शिवपुरी के नरवर में बना मड़ीखेड़ा डैम, ब्रह्मा, विष्णु, महेश की तरह सब कुछ देने वाला बन गया। एक तरफ जहां उससे शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया व भिंड के 453 गांव की 1 लाख 6 2 हजार हेक्टेयर फसल की सिंचाई होती है। वहीं डैम पर स्थापित पॉवर जनरेशन यूनिट में प्रति घंटा 60 मेगावाट यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाता है। इतना ही नहीं डैम ने शिवपुरी शहर की 3 लाख की आबादी को जहां पेयजल उपलब्ध कराया है, वहीं अब जिले के 8 41 गांव की प्यास बुझाने के लिए पाइप लाइन डालने का काम शुरू हो गया। डैम के बीच में मौजूद पहाड़ी को एक बेहतरीन वॉटर टूरिस्ट हिल बनाकर टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सकता है्र।
सबसे अधिक ग्वालियर के गांव में सिंचाई
मड़ीखेड़ा डैम भले ही शिवपुरी जिले में बना है, लेकिन सिंचाई में उसका लाभ सबसे अधिक ग्वालियर को मिल रहा है। डैम से ग्वालियर के 193, शिवपुरी के 151, भिंड के 72 व दतिया जिले के 31 गांव में 1 लाख 6 2 हजार हेक्टेयर फसलों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है। यह पानी नहरों के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचा है। डैम से इतने गांव में सिंंचाई तो होती ही है, साथ ही उनके आसपास का भू-जल स्तर भी अच्छा बना हुआ है।
बारिश व फसल के दौरान बनती है बिजली
मड़ीखेड़ा डैम पर स्थापित विद्युत उत्पादन इकाई (पॉवर जनरेशन यूनिट) में 3 टरबाइन से प्रति घंटा 6 0 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। बारिश के मौसम में यह तीनों टरबाइन चौबीस घंटे बिजली का उत्पादन करती हैं, जबकि गर्मियों व सर्दी के मौसम में जब सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है, तब भी बिजली का उत्पादन 24 घंटे होता है। यहा बनने वाली बिजली को पिछोर से बुंदेलखंड वाली ग्रिड पर डाला जाता है, जहां से बिजली पॉवर बैंक तक पहुंचती है। पॉवर जनरेशन यूनिट ने इस बार भी दिए गए लक्ष्य से अधिक बिजली का उत्पादन कर लिया है।
शिवपुरी में खत्म किया जलसंकट, अब 8 41 गांव की तैयारी
मड़ीखेड़ा डैम से शिवपुरी शहर की 3 लाख आबादी को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जबसे सिंध जलावर्धन योजना के तहत मड़ीखेड़ा से पानी आना शुरू हुआ तो अब गर्मियो के मौसम में गंभीर होने वाला जल संकट शहर में नहीं रहा। अब गर्मी में भी लगातार पानी आने से लोग घरों के बाहर की सडक़ धो रहे हैं। वहीं अब इस डैम से शिवपुरी जिले के 841 गांंव को पानी देने की योजना स्वीकृत होने के साथ ही पाइप लाइन डालने का काम भी शुरू करने की तैयारी है।

जल्द ही टूरिस्ट प्वाइंट बनेगा मड़ीखेड़ा डैम

शिवपुरी। जिले के नरवर में सिंध नदी पर बना मड़ीखेड़ा डैम पीने का पानी, फसलों की सिंचाई व बिजली उत्पाादन तो कर ही रहा है, अब बहुत जल्दी वहां पर्यटकों के लिए बहुत कुछ मिलने वाला है। टूरिज्म विभाग ने सिंध किनारे होटल बनाने के साथ ही वाटर स्पोट्र्स एक्टिविटी के लिए प्लेटफार्म तैयार करने के साथ ही उसे लीज पर देने के लिए टेंडर भी कर दिया। 1 करोड़ 57 लाख का टेंडर फरवरी 2021 में किया गया, जिसमें कुछ लोगों ने इसे लीज पर लेने की इच्छा भी जताई है। डैम पर यदि वाटर एक्टिविटी शुरू हो गईं तो सैलानियों के लिए एक बड़ा स्पॉट यहां बनेगा।

सिंध नदी पर बने मड़ीखेड़ा डैम के 901.80 मिलियन घनमीटर जल भराव क्षेत्र के बीच में एक पहाड़ी है, जो डैम से स्पष्ट नजर आती है। डैम से उस पहाड़ी के बीच बहुत बड़े एरिया में पानी है। उस पहाड़ी पर टूरिस्टों के कुछ समय रुकने तथा रेस्टॉरेंट आदि खोलने के साथ ही वोटिग आदि की सुविधा भी वहां शुरू की जा सकती है। डैम और पहाड़ी के बीच भी वोटिंग करवाई जा सकती है। डैम के खुलने वाले गेटों के दौरान बनने वाले आकर्षक नजारे को देखने के लिए न केवल शिवपुरी शहर बल्कि दूसरे जिलों से भी लोग डैम पर पहुंचते हैं। सैलानियों की मौजूदगी यहां पर सिर्फ गेट खुलने के दौरान ही रहती है, क्योंकि यहां पर अन्य कोई वाटर एक्टिविटी नहीं होतीं। डैम पर हर सीजन में सैलानी रुकें तथा वहां वाटर स्पोट्र्स आदि का लुत्फ उठा सकें, इसकी प्लानिंग टूरिज्म विभाग ने कर ली है।

टूरिस्ट विलेज के मैनेजर नवीन शर्मा ने बताया कि मड़ीखेड़ा डैम पर पर्यटकों के लिए दी जाने वाली सुविधाओं को लीज पर देने के लिए फरवरी में टेंडर कॉल किए हैं। कुछ लोगों ने टेंडर डाले भी हैं। शर्मा ने बताया कि मेन पॉवर की कमी की वजह से टूरिज्म इसका संचालन स्वयं न करके उसे लीज पर देगा। उसके लिए 8 कमरे के हॉटल, रेस्टॉरेंट व कॉन्फे्रंस हॉल बनाने के साथ ही वाटर स्पोट्र्स में होने वाली एक्टिविटी के लिए स्लोब आदि भी बनकर तैयार है। सिंध नदी के बिल्कुल किनारे पर इसे बनाया गया है, जो बेहद आकर्षक है।
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