बताया गया है कि मंगलवार की शाम को मांगीलाल पुत्र गंगाराम और राम सिंह पुत्र मनफूल आदिवासी ग्राम मसावनी बड़ौदा तहसील के ग्राम अलापुरा के हाइस्कूल के पास अहेली नदी में मछली पकडऩे के लिए गए थे, लेकिन अहेली नदी में पानी ज्यादा बढ़ जाने से दोनों ग्रामीण नदी के बीच बने टीले पर फंस गए। प्रशासन को इसकी सूचना मिली तो बाढ़ आपदा प्रबंधन की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। इसके साथ ही जिला कमांडेंट होमगार्ड कुलदीप मलिक, तहसीलदार बड़ौदा भरत नायक, टीआई बड़ौदा रावेंद्र सिंह चौहान और राजस्व निरीक्षक दिव्यराज धाकड़ आदि भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान रेस्क्यू शुरू किया गया, लेकिन अंधेरा होने के कारण सफलता नहीं मिली। यही वजह रही कि जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई और रेस्क्यू किया गया।
अस्का लाइट लगा रेस्क्यू
रात में अंधेरे के कारण हो रही रेस्क्यू में दिक्कत के चलते श्योपुर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने नदी किनारे अस्का लाइट(टावरनुमा लाइट) लगाई और फिर रेस्क्यू किया। ये पहली बार है जब श्योपुर में अस्का लाइट लगा रेस्क्यू किया गया।
रात में अंधेरे के कारण हो रही रेस्क्यू में दिक्कत के चलते श्योपुर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने नदी किनारे अस्का लाइट(टावरनुमा लाइट) लगाई और फिर रेस्क्यू किया। ये पहली बार है जब श्योपुर में अस्का लाइट लगा रेस्क्यू किया गया।
होमगार्ड के कमांडेंट कुलदीप मलिक ने बताया कि दो ग्रामीणों के अहेली नदी में फंसने की सूचना मिली थी। जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ के जवानों को बुलाकर रेस्क्यू किया गया।