शामली. कोरोना वैक्सीन ( Corona vaccine ) के नाम पर वृद्ध महिला को एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगने वाले फार्मासिस्ट काे सस्पेंड ( suspended ) करते हए शामली डीएम ( Shamli DM ) जसजीत कौर ने इस पूरे मामले में जांच बैठा दी है। सरकारी अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक काे भी नाेटिस जारी किया गया है। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी अस्पताल में सेवाओं की बदहाली और लापरवाही की पोल खोल दी है।
ये था पूरा मामला कांधला में तीन वृद्ध महिलाएं कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए ई-रिक्शा से सरकारी अस्पताल पहुंची। जहां उन्हे कुत्ते काटने का इंजेक्शन लगा दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही उस समय सामने आई जब एक महिला की हालत बिगड़ गई। परिजनों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने हंगामा कर दिया।
यह भी पढ़ें
फिर टूटा रिकॉर्ड, आज 9,695 हुए कोरना संक्रमित
यह पूरा घटनाक्रम शामली के माेहल्ला सरावज्ञान की रहने वाली 70 वर्षीय सरोज पत्नी स्वर्गीय जगदीश और नगर के ही रेलवे मंडी क्षेत्र की रहने वाली 72 वर्षीय अनारकली व 65 वर्षीय सत्यवती ई रिक्शा में बैठकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना का इंजेक्शन लगवाए के लिए गई थी। आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचने के बाद कर्मचारियों ने उनसे दस-दस रुपये वाली सीरींज मंगवाई और कोरोना का टीका लगाने के स्थान पर इन्हें रेबीज का इंजेक्शन लगा दिया गया। यह भी पढ़ें
सड़कों पर घूम रहे यमराज, बोले- धरती वासियों हमारा वर्क लोड मत बढ़ाओ
रेबीज का इंजेक्शन लगने के बाद एक महिला की हालत बिगड़ गई उसे चक्कर आने लगे और घबराहट होने लगी। इस पर महिला ने अपने परिजनों को सूचना दी मौके पर पहुंचे परिजनों ने जब स्वास्थ्य केंद्र की पर्ची दिखाकर कोरोना वैक्सीन लगवाए जाने का हवाला दिया तो प्राइवेट चिकित्सक भी पर्ची को देखकर हैरान रह गया। दरअसल महिला को रेबीज का टीका लगाया गया था। इस घटना के बाद महिलाओं के परिजनाें ने हंगामा कर दिया। मामला संज्ञान में आने पर अब शामली जिलाधिकारी ने फार्मासिस्ट काे सस्पेंड कर दिया है। यह भी पढ़ें