बड़ी मशीन के लिए दिया प्रस्ताव
कृषक उत्पादन संगठन ने बड़ी यूनिट स्थापित करने के लिए मशीन लगाने का प्रस्ताव कलेक्टर को भेजा है। कलेक्टर से प्रस्ताव को जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी। बड़ी यूनिट में बड़ी मशीन के आ जाने के बाद हर दिन एक क्विंटल बिस्किट का उत्पादन होगा। पहले चरण में 45 महिलाओं को बिस्किट बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। जब बड़ी यूनिट लग जाएगी और मशीन आ जाएगा तब और भी समूह की महिलाआओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मार्केट में भी उपलब्ध कराएंगे बिस्किट
महुआ के बिस्किट की खपत के लिए कृषक उत्पादन संगठन मार्केट भी उपलब्ध करायेगा। महुआ का बिस्किट बहुत लाभदायक होता है। इसे कम लागत में तैयार किया जा सकेगा। इस बिस्किट का डिमांड भी लोगों में ज्यादा है। महुआ में न्यूट्रिशन बहुत अच्छी मात्रा में होती है और जब इससे बिस्किट बनता है तो यह और पौष्टिक हो जाता है। कुपोषण मेें महुआ से बनी बिस्किट बहुत ज्यादा काम आ सकती है।
वनोपज में शामिल महुआ, देशभर में पहचान
महुआ का कारोबार देशभर में चर्चित है। महुआ के लिए शहडोल बड़ा हब है। यहां पर हर साल 50 से 80 हजार क्विंटल से ज्यादा महुआ निकलता है। स्थानीय स्तर पर व्यापारी यहां पर महुआ की खरीदी करते हैं। देशभर के अलग-अलग हिस्सों में यहां से महुआ सप्लाई किया जाता है। पूर्व में सरकार ने 14 रुपए समर्थन मूल्य तय किया था लेकिन बिचौलियों ने ज्यादा दाम में खरीद लिए थे।
अभी छोटी यूनिट स्थापित किया गया है। पहले चरण में 45 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। बड़ी मशीन के आ जाने के बाद हर दिन एक क्विंटल बिस्किट का उत्पादन होगा।
प्रदीप सिंह, सीईओ कृषक संगठन