शिकायत एक –
शिकायत – 17 मार्च को शीला नामदेव (मो. नं. 6261835285 ने शिकायत क्रमांक 13617085 पर बताया कि जनपद पंचायत कुरई में तैनात सहायक ग्रेड तीन मनोज बैस, वहां की सीइओ के साथ साठगांठ कर 10 वर्ष से पंचायत स्थापना शाखा अपने पास रखे हैं। उनके द्वारा पंचायत सचिव की सर्विस बुक का संधारण ठीक से नहीं किया जाता है। आज दिनांक तक सचिवों की सर्विस बुक संधारण नहीं किया गया है। कई सचिवों की योग्यता दर्ज नहीं की गई है। अत: इनकी शाखा की जांच कर इनके ऊपर कठोर कार्रवाई किया जाए। इससे समस्या हो रही है। समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए।
जवाब – उसी दिन सीएम हेल्पलाइन पर दिए गए जवाब में कहा गया है कि आपकी शिकायत क्रमांक 13617085 को आपके द्वारा पूर्व में की गई शिकायत क्रमांक 13532541 से एक ही प्रकृति की शिकायत होने के कारण मिला दिया गया है। शिकायत की स्थिति जानने के लिए पूर्व में की गई शिकायत क्रमांक 13532541 का उपयोग करें।
शिकायत दो –
शिकायत – छह मार्च को डॉ. अली खान (मो.नं. ९६९१८९६५९४) से शिकायत क्रमांक १३५३२५४१ पर बताया कि जनपद पंचायत कुरई अंतर्गत पंचायत प्रकोष्ठ स्थापना शाखा में मनोज बैस पदस्थ है। इनके द्वारा ग्राम पंचायत सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक की शिकायतों के जांच के नाम पर दंडात्मक कार्रवाई एवं निलम्बन की करवाई करवाने की धमकी देकर पैसों की मांग किया जाता है। इनके द्वारा सीइओ के साथ मिलकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ऐसे में उक्त कर्मचारी के शाखा की जांच, सेवा पुस्तिका की जांच दल गठित किया जाए।
जवाब – स्पेशल क्लोज के लिए प्रस्तावित। अन्य कारण डॉ. एमके लारी द्वारा लिखित में दिया गया है कि उनके द्वारा शिकायत नहीं की गई है। किसी अन्य व्यक्ति द्वारा मेरे नाम से किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल नंबर एवं अलग-अलग पते से झूठी शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं। डॉ. लारी द्वारा भी फर्जी शिकायतकर्ता से संपर्क किया गया, लेकिन मोबाइल नहीं लगने, बंद कर लिए जाने या नॉट रीचेबल होने के कारण शिकायतकर्ता से बात नहीं हो रही है। उनका कहना है कि मेरे नाम से की गई शिकायत निराधार है। अत: डॉ. लारी के लिखित बयान को आधार मानते हुए शिकायत को स्पेशल क्लोज करने की अनुशंसा की जाती है। यह जवाब लेवल-1 अधिकारी द्वारा दर्ज किया गया है। खास है कि सात जुलाई को यह शिकायत एल-४ अधिकारी तक पहुंची है। इसके पूर्व सभी ने एल-१ अधिकारी के जवाब को दोहराया है। जवाब में शिकायतकर्ता से संपर्क नहीं होने की बात बताई गई है, लेकिन उसके द्वारा की गई शिकायत के संबंध में क्या जांच हुई है? इसका कोई उल्लेख नहीं है।
वर्जन –
शिकायत क्रमांक देखकर ही यह बताया जा सकता है कि क्या मामला है? नियमानुसार एक तरह की शिकायत होने पर उसे मर्ज कर दिया जाता है। शिकायत क्रमांक मिलने के बाद पूरी जानकारी दिया जाना संभव होगा। यदि किसी शिकायत में विषयगत जांच नहीं हुई होगी तो उसकी जांच कराकर सीएम हेल्पलाइन में अपलोड कराया जाएगा।
– संदीप मिश्रा, जिला प्रबंधक सिवनी
शिकायत क्रमांक देखकर ही यह बताया जा सकता है कि क्या मामला है? नियमानुसार एक तरह की शिकायत होने पर उसे मर्ज कर दिया जाता है। शिकायत क्रमांक मिलने के बाद पूरी जानकारी दिया जाना संभव होगा। यदि किसी शिकायत में विषयगत जांच नहीं हुई होगी तो उसकी जांच कराकर सीएम हेल्पलाइन में अपलोड कराया जाएगा।
– संदीप मिश्रा, जिला प्रबंधक सिवनी