यहां मिले थे कांग्रेस को सर्वाधिक वोट
सिवनी विधासभा के अंतिम छोर पर छपारा क्षेत्र में ग्राम पंचायत बबैया के ग्राम चिखली बूथ से कांग्रेस को सर्वाधिक ४३२ वोट मिले थे। निर्दलीय प्रत्याशी को ३७ वोट, जबकि भाजपा को महज २६ वोट हासिल हुए थे। आदिवासी बाहुल्य इस गांव की आबादी करीब ५०० होगी। जंगल से घिरे इस गांव में पहुंचने के लिए सुलभ साधनों का अभाव है। छपारा से करीब २५ किमी दूर इस गांव के ज्यादातर लोग खेती पर आश्रित हैं, वह भी बहुत अधिक उपजाऊ न होने से गुजारे लायक ही उत्पादन होता है। शिक्षा के लिए प्राथमिक शाला है, पानी की सुविधा है। स्वास्थ्य सेवा के लिए २५ किमी दूर छपारा जाना पड़ता है। यहां रहने वाले बसोड़ी भलावी, विजय भलावी, साहब लाल इनवाती बताते हैं कि इस गांव में विकास कार्यों को बढ़ाना जरूरी है, सबसे मुख्य मांग घाटी को काटकर सड़क सीधी किए जाने की है। हालांकि इसके लिए वर्तमान विधायक दिनेश राय ने १० लाख स्वीकृत किए हैं। ग्रामीण बताते हैं आवास, सड़क, शौचालय का काम हुआ है, ग्रामीणों को समुचित योजना का लाभ मिले, सुविधाएं बेहतर हों, कृषि के लिए पानी की समुचित उपलब्धता बनाई जाए, यही मुख्य मांग इस चुनाव में होगी। ग्रामीण कहते हैं, आने वाले चुनाव में जो प्रत्याशी और पार्टी जनहित के काम को प्राथमिकता देगी, उसी को मतदान किया जाएगा।
सिवनी विधासभा के अंतिम छोर पर छपारा क्षेत्र में ग्राम पंचायत बबैया के ग्राम चिखली बूथ से कांग्रेस को सर्वाधिक ४३२ वोट मिले थे। निर्दलीय प्रत्याशी को ३७ वोट, जबकि भाजपा को महज २६ वोट हासिल हुए थे। आदिवासी बाहुल्य इस गांव की आबादी करीब ५०० होगी। जंगल से घिरे इस गांव में पहुंचने के लिए सुलभ साधनों का अभाव है। छपारा से करीब २५ किमी दूर इस गांव के ज्यादातर लोग खेती पर आश्रित हैं, वह भी बहुत अधिक उपजाऊ न होने से गुजारे लायक ही उत्पादन होता है। शिक्षा के लिए प्राथमिक शाला है, पानी की सुविधा है। स्वास्थ्य सेवा के लिए २५ किमी दूर छपारा जाना पड़ता है। यहां रहने वाले बसोड़ी भलावी, विजय भलावी, साहब लाल इनवाती बताते हैं कि इस गांव में विकास कार्यों को बढ़ाना जरूरी है, सबसे मुख्य मांग घाटी को काटकर सड़क सीधी किए जाने की है। हालांकि इसके लिए वर्तमान विधायक दिनेश राय ने १० लाख स्वीकृत किए हैं। ग्रामीण बताते हैं आवास, सड़क, शौचालय का काम हुआ है, ग्रामीणों को समुचित योजना का लाभ मिले, सुविधाएं बेहतर हों, कृषि के लिए पानी की समुचित उपलब्धता बनाई जाए, यही मुख्य मांग इस चुनाव में होगी। ग्रामीण कहते हैं, आने वाले चुनाव में जो प्रत्याशी और पार्टी जनहित के काम को प्राथमिकता देगी, उसी को मतदान किया जाएगा।