मैं डॉक्टर, बताऊंगा मर्ज :
मेडिकल कॉलेज का अभी तक नहीं हुआ भूमिपूजन
संतोष दुबे, सिवनी. जो भी जनप्रतिनिधि सिवनी से जीतता है तो वह जिले के लिए क्या करता है? और उसने पिछले दिनों क्या किया? आज देखें तो जिले की सड़कें खराब हैं। वहीं पांच सालों से सुन रहे हैं कि मेडिकल कॉलेज बनेगा-बनेगा लेकिन मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन अभी तक नहीं हुआ है। डॉ. भूपेन्द्र मिश्रा ने जिले को विकास से काफी पिछड़े होना का मर्ज बताते हुए अपनी बात कही।
उन्होंने आगे कहा कि यदि विकास की बात करें से सिवनी सबसे पीछे लगता है। आगे अब जो भी जनप्रतिनिधि चुना जाता है तो मेरा अनुरोध है कि ऐसे जनप्रतिनिधि को चुना जाए जो सिर्फ सिवनी का विकास करें क्योंकि सिवनी को विकास की बहुत ज्यादा जरूरत है। चाहे वह शिक्षा के स्तर पर हो, बेहतर प्रशासनिक ढांचे के रूप में या फिर आश्रय स्थल पर हो, जिले में कभी भी विकास नजर नहीं आता है।
डॉक्टर मिश्रा ने बताया कि छोटा सा यह शहर तालाबों का शहर भी कहा जाता था। शहर के बीचों बीच यहां लगभग 17 एकड़ क्षेत्र में फैले सौंदर्यता से भरपूर दल सागर तालाब है। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में बुधवारी तालाब, मठ तालाब और अंग्रेजों के शासनकाल में बनाया गया बबरिया तालाब जिसका पानी नगर में पेयजल के लिए एक विशेष विधि से सप्लाई किया जा था। इन सबके बावजूद यहां के राजनेताओं की शहर को पेयजल समस्या से निजात दिलाने और इन तालाबों की सुरक्षित, संरक्षित करने के लिए किसी भी प्रकार का कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया। परिणाम स्वरूप सभी तालाब वर्तमान में दुर्दशा के शिकार हो चले हैं। बुधवारी तालाब में सब्जी बाजार समेत आसपास से निकलने वाला कचरा फेके जाने के कारण यह तालाब वर्तमान में डंपिंग ग्राउंड में तब्दील हो गया है।
भारत का सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-7 सिवनी जिले से होकर जाता है। जिसमें धूमा, लखनादौन, बण्डोल, सिवनी शहर, कुरई समेत चार-पांच विकासखण्ड क्षेत्र के गांवों से स्वर्णीम चतुर्भुज मार्ग जाता है। भारत के अधिकांश बड़े महानगरों से ट्रकों, मशीनों का जाना-आना लगा रहता है लेकिन अभी तक किसी न किसी प्रकार के अड़ंगे के चलते फोरलेन मार्ग अभी तक अपूर्ण है। बड़ी रेल लाइन का काम भी यहां अत्यधिक धीमी रफ्तार से चल रहा है। ऐसे में भला जिले का विकास कैसे सम्भव होगा? ऐसा नहीं कि यहां के जनप्रतिनिधियों ने फोरलेन के लिए आवाज न उठाई हो लेकिन पूरी सिद्दत, लगन से काम नहीं किए जाने के कारण विकास के नाम पर सिवनी जिला अभी भी काफी पिछड़ा है।