गोई नदी पर 10 बैराजों के निर्माण की मांग पर सीएम ने दिए सर्वे के आदेश, किसानों को सिंचाई के लिए मिलेगी सुविधा
बड़वानी/सेंधवा. क्षेत्र के किसानों को आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए व 3 समय की फसल लेने के लिए पूर्व मंत्री की मांग पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने 10 बैराज के सर्वे करने के आदेश दिए है। इससे 2 हजार से अधिक हैक्टेयर भूमि पर हो सकेगी, सिंचाई। इस दौरान सैकड़ों किसान लाभाविंत होंगे।
पिछले दिनों पूर्व मंत्री अंतरसिंह आर्य ने भोपाल जाकर मुख्यमंत्री चौहान से मुलाकात कर अपने विधानसभा क्षेत्र के किसानों की समस्या रखते हुए 10 स्थानों पर बैराज बनाने की मांग की थी। पूर्व में क्षेत्र में कई स्थानों पर नदी में बैराज निर्माण कराए गए थे। इनके अच्छे नतीजे आए थे। बड़वानी जिले के अधिकांश किसानों के पास सिंचाई सुविधा नहीं होने से वे एक समय की फसल बारिश में ले पाते है। जबकि क्षेत्र में बड़ी-बड़ी नदियां बहती है। ऐसे में 10 स्थानों पर बैराज का निर्माण होता है, तो सैकड़ो किसान लाभांवित होंगे। अनुमान के अनुसार दो हजार हैक्टेयर भूमि सिंचित हो सकती है। वहीं किसान तीन समय की फसल ले सकता है, जिससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
बैराज बनाने इन क्षेत्रों में हो सकता है सर्वे
मुख्यमंत्री चौहान ने आर्य की बात को गंभीरता से लेते हुए 10 बैराज बनाने के लिए सिंचाई विभाग को सर्वे करने के आदेश पारित कर दिए। 10 बैराज के सर्वे आदेश के बाद सिंचाई विभाग के एसडीओ डुडवे ने आर्य से मुलाकात कर बैराज के स्थान के संबंध में चर्चा कर बताया कि शीघ्र ही सर्वे कर सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। गोई नदी पर मेहतगांव बैराज, गोई नदी पर चाचरिया बैराज, डेब नदी पर थिगली बैराज, डेब नदी पर कालापाठ बैराज, मटलियामेल में बैराज, मालवान में डल्या नदी पर बैराज, खुटवादी में टोरी नदी पर बैराज, कुमठाना में गोई नदी पर बैराज, कुंडिया में बैराज, कालीकुंदी नदी पर बैराज के निर्माण करने की मांग की गई।