जिले में महिला समूह बना रहे फलोधान और पोषण वाटिका

फलोधान और पोषण वाटिका में ए से जेड तक का पूरा काम महिलाओं के हवाले

<p>जिले में महिला समूह बना रहे फलोधान और पोषण वाटिका</p>

सीहोर. सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने की मंशा से कई योजनाएं संचालित कर रही है और महिलाएं भी उन कामों में रूचि लेकर आर्थिक रूप से सशक्त बन रही है। इस बीच जिले की ग्राम पंचायत डोडी और कासम खजुरिया की महिलाओं ने सशक्तिकरण की एक नई मिशाल पेश की है। महिलाओं ने मनरेगा के तहत गांव में वाटिका और फलोउद्यान तैयार किया है।

आष्टा जनपद की ग्राम पंचायत डोडी में मनरेगा योजना तहत सामुदायिक फलोधान का कार्य 5 एकड़ भूमि में किया जा रहा है। मनरेगा स्कीम से आजीविका मिशन के समूह की महिलाएं ही पौधे रोपण करेंगी। इस कार्य में श्रमिक भी महिला होगी। मस्टर पर नाम भी महिलाओं का ही होगा। साथ ही मेट के रूप में भी महिला ही कार्य करेगी। समूह की महिलाओं को मनरेगा योजना के तहत सामुदायिक फलोद्यान का काम भी मिल गया है। इनके द्वारा सीपीटी खुदाई, गड्ढे खुदाई के साथ ही सीताफल, अमरूद , नींबू के 1200 पौधे रोपे जा रहे है। यहां पानी की आपूर्ति के लिए पोखर का भी निर्माण किया जाएगा। इसी प्रकार ग्राम पंचायत खजुरियाकासम में गौशाला के पास सामुदायिक पोषण वाटिका का कार्य भी समूह की महिलाएं ही कर रही हैं। पोषण वाटिका 2.50 एकड़ जमीन पर विकसित की जा रही है। इस पोषण वाटिका में न्यूट्रीशनल सब्जी, सीजनल सब्जी का उत्पादन किया जाएगा। इस वाटिका का कार्य प्रारंभ हो गया है। सबसे पहले गड्ढे खोद कर आंवला, कटहल, नींबू, सहजना, मीठा नीम का पौधा लगाया जा रहा है। इसमें कद्दू, गिलगी, करेला टमाटर आदि मौसमी सब्जी लगाई जाएगी।

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