लहसुन-प्याज मंडी चालू करने प्रबंधन-व्यापारी के बीच दो घंटे हुई बैठक रही बेनतीजा, जारी रहेगी अनिश्चित हड़ताल

व्यापारी बोले, कृषि उपज मंडी में खरीदी कराए तो ही करेंगे हड़ताल समाप्त

<p> मंडी</p>

आष्टा. कृषि उपज मंडी से लहसुन-प्याज मंडी को मालीपुरा नई मंडी में शिफ्ट करने के विरोध में व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। इससे किसान लहसुन-प्याज की उपज नहीं बेच पा रहे, जिससे उनके सामने संकट खड़ा हो गया है। हड़ताल के तीसरे दिन सोमवार को मंडी प्रबंधन ने एसडीएम की अध्यक्षता में नीलामी चालू करने व्यापारियों के साथ मंडी परिसर में बैठक आयोजित की। दो घंटे चली यह बैठक बेनतीजा रही, जिससे आगे भी लहसुन-प्याज मंडी चालू होने के अब कोई आसार नहीं है। प्रबंधन जहां नई मंडी में खरीदी करने अड़ा है तो दूसरी तरफ व्यापारियों की जिद है कि कृषि मंडी में ही खरीदी होगी तो हड़ताल समाप्त करेंगे।

कृषि उपज मंडी में जगह का अभाव बताते हुए प्रबंधन ने लहसुन-प्याज मंडी को मालीपुरा स्थित नई निर्माणाधीन मंडी में शिफ्ट कर दिया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने मोर्चा खोलते हुए 16 अक्टूबर से हड़ताल शुरू कर दी है। इधर किसान लहसुन-प्याज की उपज लेकर मंडी पहुंच रहे, लेकिन परेशान, मायूस होकर खाली लौटना पड़ रहा है। व्यापारी किसानों से साफ कह रहे हैं कि वह उपज तबतक नहीं खरीदेंगे जब तक उनकी सुनवाई नहीं होती है। व्यापारी-प्रबंधन के बीच चल रही इस तकरार में किसानों की फजीहत हो रही है।
नहीं निकल सका कोई हल
सोमवार को मंडी में हुई बैठक में करीब 60 व्यापारी शामिल हुए। दोपहर 12 से दो बजे तक चली इस बैठक में प्रबंधन और व्यापारियों ने अपनी बात रखी। मंडी प्रबंधन पूर्व की तरह रटारटाया अभी नई मंडी में अस्थाई व्यवस्था करने की बात कहकर व्यापारियों को हड़ताल समाप्त करने की बात कहता हुआ नजर आया। वही व्यापारी नई मंडी में सुविधा का अभाव बताकर खरीदी नहीं करने की बात कहते रहे। दो घंटे तक चली यह बैठक अंत में बेनतीजा रही। इससे लहसुन-प्याज मंडी कब चालू होगी उसका कहना मुश्किल है।
भाव कम हुआ तो बेचा नहीं, बड़ा तो मंडी हुई बंद
इस साल किसानों ने अपनी जमीन में लहसुन-प्याज को ज्यादा मात्रा में लगाया था। जिसकी पैदावाकर भी बंपर हुई है। प्याज के भाव बीच में डाउन होने की वजह से अधिकांश किसानों ने बेचने से रोक ली थी। यह प्याज इस समय खराब होने लगी है, वही दूसरी तरफ भाव में भी कुछ हद तक उछाल आया है। ऐसे में इसे बेचने की बारी आई तो मंडी बंद होने से किसानों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। किसान मंडी खुलने का इंतजार कर रहे हैं। वही कई किसान शुजालपुर,अरनिया कलां,पोलाय मंडी तक ले जाकर बेच रहे हैं। जिससे उनको परेशानी के साथ अतिरिक्त नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वर्जन…
मंडी प्रबंधन और व्यापारियों के बीच दो घंटे तक बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। इस कारण आगे भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होगी तब तक नीलामी में भाग नहीं लेंगे।
नरेंद्र कुशवाह, अध्यक्ष फल सब्जी मंडी व्यापारी एसोसिएशन आष्टा

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