पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर मांगीलाल बंजारा ने बताया की उनकी 61 वर्षीय पत्नी जाडी बाई 14 अक्टूबर की रात 10.30 बजे घर में सो रही थी, तभी अचनाक सागरी ईमलीखेडा से 15-20 व्यक्ति आए और उसे उठाकर ले जाने लगे। घर में मांगीलाल और उसकी पत्नी जाडी बाई अकेले थे। पीडि़त की शिकायत के मुताबिक मांगीलाल ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई और पत्नी को जंगल की तरफ ले गए। आरोपी घर के आंगन में रखी एक बाइक और ३ हजार रुपए नगदी भी ले गए। पीडि़त ने बताया कि जब इसकी शिकायत सिद्दीकीगंज थाने में की तो थाना प्रभारी कमल सिंह ठाकुर खुद पुलिस बल के साथ जंगल पहुंचे और आरोपियों के कब्जे से पीडि़त वृद्ध को मुक्त कराया। वृद्धा जाडी बाई ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसे सामरी ईमलीखेड़ा के एक तुअर के खेत में रखा और मारपीट की, जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में सिद्दीकीगंज थाना प्रभारी कमल सिंह का ने बताया कि मांगीलाल का लड़का बने सिंह गांव की एक नाबालिक लड़की को भगा ले गया था, जिस के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। भोपाल रेलवे स्टेशन से लड़का-लड़की को पकड़ लिया गया। लड़के को जेल भेज दिया गया है और नाबालिक परिजन के सुपुर्द कर दी है। नाबालिग के परिजन ने वृद्धा जाडी बाई के बेटे पर मुकदमा दर्ज कराया है। प्रथम दृष्टया समझ आ रहा है कि वृद्धा बदले की भावना से दूसरे पक्ष पर गंभीर आरोप लगा रही है। पुलिस वृद्धा के आवेदन की जांच करेगी। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।