दुकान में ताला जड़ सैल्समेन गायब, उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा राशन

खाद्य विभाग के निरीक्षण में खुल गई सैल्समेन की पोल…

<p>इस तरह से दुकान में ताला जड़ा हुआ मिला ।</p>

सीहोर. विकासखंड में राशन दुकान खोलने और बंद करने में सैल्समेन की मनमानी जारी है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को समय पर राशन नहीं मिलने के रूप में भुगतना पड़ रहा है। इसकी पोल खाद्य विभाग के निरीक्षण में खुल गई है। जिसमें तीन जगह राशन दुकान में ताला जड़ा हुआ मिला। इसका पंचनामा तैयार कर प्रतिवेदन बनाकर कार्रवाई करने एसडीएम को सौंपा जाएगा।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को खाद्य विभाग के सहायक आपूॢत अधिकारी अब्दुल शरीफ खान जावर तहसील के दरखेड़ा गांव की शासकीय उचित मूल्य की दुकान की जांच करने पहुंचे। सहायक आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान दुकान में ताला जड़ा हुआ मिला।

वहीं उपभोक्ताओं ने बताया कि सैल्समेन ने इस महीने का अब तक राशन का वितरण ही नहीं किया है। जबकि हर दिन राशन लेने के लिए दुकान का चक्कर काट रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि महीने में एक से दो दिन ही राशन दुकान खुलती है। इसकी कई बार अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन ध्यान नहीं दिया है। सहायक आपूर्ति अधिकारी ने मौके पर ही कार्रवाई करने पंचनामा बनाया है।

महीने में एक बार करते हैं राशन का वितरण
शासकीय उचित मूल्य भंवरी कलां की राशन दुकान पर हाल बेहाल मिले। यहां भी उपभोक्ताओं को राशन वितरण नहीं किया गया। सहायक आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि विक्रेता सुरेंद्रसिंह ने माह अक्टूबर का अंतिम दिन 31 अक्टूबर को एक दिन दुकान खोलकर राशन वितरण किया।

जबकि नवंबर में अब तक राशन का वितरण नहीं किया है। जांच अधिकारी को उपभोक्ताओं ने बताया कि अंत्योदय राशन कार्ड पर उनको शकर नहीं मिल रही है। इसी तरह से जावर स्थित सहकारी समिति स्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान भी बंद मिली।

दुकान संचालक संजीव मालवीय को बुलाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि सुबह दुकान खोली थी। जांच के दौरान स्टाक रजिस्टर ठीक नहीं मिला, वहीं विक्रेता ने महीने की शुरूआत से राशन वितरण करना शुरू नहीं किया। कार्रवाई करने पंचनामा बनाया है।

एक तारीख से राशन वितरण करने के हैं आदेश
आष्टा ब्लॉक में वर्तमान में 83 राशन दुकान है। इसमें आष्टा 6, जावर 3, कोठरी 2 और ग्रामीण में 72 दुकान है। इनमें से अधिकांश कई दुकानों पर हर महीने यही स्थिति देखी जा सकती है। कई बार उपभोक्ताओं को दो से तीन बार चक्कर काटने के बावजूद राशन नहीं मिलता है।

जबकि शासन के स्पष्ट आदेश है कि राशन दुकान निर्धारित दिनों में हर दिन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक खुली रहे। वहीं उपभोक्ताओं को हर महीने की पहली तारीख से ही राशन का वितरण किया जाएं, लेकिन ऐसा कई दुकानों पर होता नहीं दिख रहा है।


निरीक्षण किया है
जावर, दरखेड़ा और भंवरी कलां की राशन दुकानों का निरीक्षण किया है। जिसमें वह बंद मिली है। वहीं यहां पर राशन भी वितरण होना नहीं पाया गया है। जिसके चलते कार्रवाई करने पंचनामा तैयार किया है। वहीं प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम को भी सौंपा जाएगा।
– अब्दुल शरीफ खान, सहायक आपूर्ति अधिकारी आष्टा

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