प्याज बेचने के लिए ट्रैक्टर-ट्रालियों की कतार, किसानों को करना पड़ा रहा 8 घंटे तक का इंतजार

सीजन में पहली बार प्याज की रेकार्ड तोड़ आवक, लगा जाम

<p>प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में आए नये निर्देश, पालन नहीं किया तो सीधे कार्यवाही</p>

सीहोर/आष्टा/नसरूल्लागंज. जिले की सीहोर और आष्टा मंडियों में प्याज की रेकार्ड तोड़ आवक हुई। इससे सीहोर में दो किमी तो आष्टा में एक किमी ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी कतार लग गई थी। सीहोर मेें 8 घंटे धूप में तपने के बाद भी कई किसानों का नंबर नहीं आने से उनको मंडी में रात काटना पड़ी। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क पर ट्रैक्टर-ट्रालियों के खड़ा होने से कई बार बने जाम के हालात बनने से यतायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।

प्याज की खरीदी की जा रही
एक जून से पंजीकृत किसानों से प्याज की समर्थन मूल्य पर खरीदी कार्य शुरू हुआ था। इस बार जिले में सीहोर में लहसुन-प्याज मंडी और आष्टा में फल व सब्जी मंडी में किसानों से प्याज की खरीदी की जा रही है।
 

300 ट्रैक्टर-ट्राली की प्याज नहीं बिकी
सीहोर में बड़ी संख्या में किसानों के उपज लेकर आने के कारण परिसर फुल होते ही एक तरफ मंडी ओवरब्रिज तो दूसरी तरफ सायलो केंद्र से आगे तक ट्रैक्टर-ट्रालियों की लंबी लाइन लग गई थी। किसान सड़क पर ही खड़े होकर उपज बेचने इंतजार करते रहे, लेकिन घंटों बाद भी ऐसा नहीं हो सका। 6 हजार क्विंटल की आवक होने से करीब 300 ट्रैक्टर-ट्राली की प्याज नहीं बिकी।

 

आष्टा में बने जाम के हालात
आष्टा फल और सब्जी मंडी में पांच हजार क्विंटल प्याज की आवक हुई। जिससे दशहरा मैदान मंडी परिसर से कॉलोनी चौराहा एक किमी तक ट्रैक्टर-ट्रालियों की लाइन लग गई थी। करीब 6 घंटे किसान धूप में खड़े रहे, तभी उनकी उपज बिकी। वहीं सड़क पर वाहन खड़े होने से बने जाम के हालात से आमजन की फजीहत हुई।

 

धूप से बचने इधर-उधर जगह तलाशते रहे
उल्लेखनीय है कि मार्केटिंग परिसर में ट्रैक्टर-ट्रालियों को खड़ा करने वैकिल्पक व्यवस्था की है। उसमें मंडी प्रबंधन ने छांव के नाम पर थोड़ी बहुत जगह नेट लगाकर औपचारिकता पूरी कर दी है, वहीं अन्य सुविधा का अभाव है। जिससे उपज बेचने आएं किसान धूप से बचने इधर-उधर जगह तलाशते नजर आएं।

 

कलेक्टर के आश्वासन पर हड़ताल समाप्त
कृषि उपज मंडी के हम्माल-तुलावटियों की मांग पूरी नहीं होने से 31 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। जिसे समाप्त कराने प्रबंधन और हम्मालों के बीच कई बार बात हुई, लेकिन मानने को तैयार नहीं थे। सोमवार को हम्माल संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कलेक्टर अजय गुप्ता से चर्चा की थी।

 

नीलामी कार्य शुरू हो गया
हम्माल संघ के अध्यक्ष पप्पू यादव ने बताया कि वर्ष 2017 से विभिन्न कामों के रेट नहीं बढ़ाए हैं। इसमें हम्मालों की राशि नहीं बढ़ाने से पुरानी दर पर काम कर रहे हैं। इसे लेकर अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। कलेक्टर, तहसीलदार सुधीर कुशवाहा और मंडी सचिव करूणेश तिवारी ने जल्द मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। इससे हड़ताल समाप्त कर काम थी। मंगलवार से मंडी में नीलामी कार्य शुरू हो गया है।


मंडी में बंपर आवक होने से सड़क पर ही ट्रैक्टर ट्राली खड़ा कर नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं। अभी बताया जा रहा है कि उपज नहीं नीलाम नहीं होगी। मजबूरी में मंडी में ही रात काटना पड़ेगी।
राधेश्याम कलमोदिया, किसान मोहम्दपुरा


ऐसा पता होता कि इस तरह से तेज आवक होगी तो प्याज लेकर मंडी नहीं आते। यहां सुबह से खड़े होने के बाद रात भी यही काटना पड़ेगी। जिससे परेशानी उठाना पड़ेगी तो वहीं समय भी बर्बाद करना पड़ेगा।
अचल मेवाड़ा, किसान देवली


आष्टा में भीड़ की जानकारी लगी तो 50 किमी दूर सीहोर मंडी में ट्रैक्टर-ट्राली से प्याज लेकर आएं हैं। यहां पर तो आष्टा से ज्यादा भीड़ है। जिससे प्याज बेचने का नंबर नहीं आएगा। अब क्या कर सकते हैं।
श्रीमल मेवाड़ा, किसान रसूलपुरा


इस सीजन में सोमवार को प्याज की रेकार्ड तोड़ पांच हजार क्विंटल से अधिक की आवक हुई है। जिससे थोड़ी बहुत समस्या आई थी, जिसे दूर कर दिया था। कृषि उपज मंडी में भी अच्छी आवक हुई है।
योगेश नागले, सचिव कृषि उपज मंडी आष्टा


हम्माल और तुलावटियों से चर्चा की गई थी। इसमें उनकी तरफ से मांगों पर निर्णय लेने की बात कहीं है। निर्णय लेने तक काम चालू करने का भी कहा है। इसके चलते 11 जून से मंडी में नीलामी शुरू होगी।
करूणेश तिवारी, सचिव कृषि उपज मंडी सीहोर

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