बारिश से नुकसान कम, रबी के लिए बनेगी अमृत

आष्टा में आधे घंटे तक हुई झमाझम बारिश से निचले खेतों में भराया पानी

<p>बारिश से नुकसान कम, रबी के लिए बनेगी अमृत</p>

सीहोर. चक्रवाती तूफान शाहीन के चलते जिले केे मौसम में उलट फेर जारी है। तापमान में उतार-चढ़ाव भी बना हुआ है। दो दिन से बारिश भी हो रही है। शनिवार रात कुछ देर तेज हवा और चमक-गरज के साथ बारिश हुई। बिजली पोल पर आकाशीय बिजली गिरने से बिजली सप्लाई ठप हो गई। आधे से ज्यादा शहर में दो से तीन घंटे के लिए अंधेरा छा गया। रविवार को फिर से नसरुल्लागंज और आष्टा में बारिश हुई है।

बारिश का मौसम दोपहर बाद अचानक बना था। सीहोर में रिमझिम तो आष्टा और नसरुल्लागंज क्षेत्र में आधे घंटे से ज्याद तेज बारिश हुई, जिससे किसानों को बीच में ही सोयाबीन कटाई रोकना पड़ी। यह बारिश सोयाबीन फसल के लिए भले नुकसानदायक हो, लेकिन रबी के लिए अमृत के समान मानी जा रही है। किसानों को खेतों में पलेवा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और बोवनी कर सकेंगे। जिले में इस समय सोयाबीन फसल कटाई 85 प्रतिशत तक पूरी हो गई है। 15 प्रतिशत में लेट वैरायटी और अफलन हुई फसल की ही कटाई शेष है, उसे भी अधिकांश किसान समेटने में लगे, लेकिन बारिश रूकावट बन रही है। शनिवार रात के बाद रविवार को आष्टा विकासखंड में आंधे घंटे से ज्यादा की तेज बारिश से किसानों की खेत में खड़ी और कटी पड़ी फसल के खराब होने की अशंका बन गई है। कृषि विभाग जरूर कह रहा है कि बारिश से 10 प्रतिशत के आसापास ही सोयाबीन फसल को नुकसान होगा, लेकिन 90 प्रतिशत बारिश रबी फसल के लिए फायदेमंद साबित होगी।

किसानों को रबी के लिए नहीं करना पड़ेगा पलेवा
जिले में तीन लाख 94 हजार हेक्टेयर में खरीफ की बोवनी होना है। इस बार औसत से कम हुई बारिश से 17 हजार 350 हेक्टेयर गेहूं का रकबा कम हुआ है, उसकी जगह 17 हजार 470 हेक्टेयर चने का बढ़ा है। कृषि विभाग की माने तो किसानों को हर साल खेत की नमी जाने के बाद पलेवा करना पड़ता है। इस वर्ष पहले ही खेत में नमी थी और उसमें अब वापस बारिश हो गई है। जिससे किसान बिना पलेवा के गेहूं, चना, मसूर और अन्य फसलों की बोवनी कर सकेंगे। इसका दूसरा फायदा यह भी होगा कि जिन किसानों के पास पानी के स्त्रोत नहीं है वह भी बोवनी से वंचित नहीं रहेंगे, जिससे लक्ष्य के अनुरूप बोवनी का आंकड़ा पहुंचेगा।
आगे कैसा रहेगा मौसम
आरएके कॉलेज के मौसम वैज्ञानिक डॉ. सत्येंद्र सिंह तोमर ने बताया कि 24 घंटे के अंदर तेज हवा आंधी चलने के साथ 40 एमएम बारिश होने का अनुमान है। हवाएं पश्चिम और उत्तर पश्चिम से चलेंगी। 20 अक्टूबर तक मौसम इस तरह से ही रहेगा, उसके बाद जरूर सुधार होगा। मौसम में सुधार होते ही रात का तापमान तेजी से नीचे गिरेगा और सर्दी पडऩा शुरू हो जाएगी। रविवार को न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री और अधिकतम 28.5 डिग्री सेल्सियस रेकार्ड हुआ है। रात दिन के पारे में महज तीन डिग्री का अंतर है।

बिजली गुल रहने से परेशानी
इधर, शनिवार रात बारिश और हवा आंधी के साथ बिजली गिरने से जेल के पीछे स्थित 132 केवी बिजौरी सब स्टेशन के पास 11केवी लाइन के पांच पोल के कंडक्टर उतर गए। इससे आधेसीहोर में बिजली गुल हो गई थी। बिजली कंपनी ने बिजली जाने के बाद रात एक से चार बजे तक मेंटनेंस कार्य किया, तब जाकर बिजली आई। बिजली कंपनी के एइ शरद महोबिया ने बताया कि मेंटनेंस होते ही बिजली चालू कर दी थी।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.