जानिए ऐसा क्या हुआ, मायूस आए थे पर खुश होकर लौटे

एक जगह ही हुआ मामलों का निपटरा

<p>लोक अदालत </p>
सीहोर से अनिल कुमार की रिपोट…न कोई हारा न कोई जीता की तर्ज पर लंबित प्रकरणों का मौके पर निपटारा करने जिले में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन हुआ। लोक अदालत में जिनके प्रकरणों में निराकरण हुआ तो वह तो खुश नजर आए, लेकिन जिनके में कुछ नहीं हुआ वह मायूस दिखे।

जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आरएन चंद के नेतृत्व में जिला व तहसील स्तर पर लोक अदालत हुई। सीहोर में इसका शुभारंभ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुदर्शन महाजन ने देवी सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित व न्यायालय परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर किया। नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण के लिए 27 खंडपीठ गठित की गई थी। जिनमें आपसी समझौते के आधार पर 6577 प्रकरण रखे, जिनमें 541 का निराकरण कर 5 करोड़ 26 लाख 89 हजार 482 रुपए की वसूली हुई। प्रीलिटिगेशन के 12976 प्रकरण में 1155 प्रकरणों का निराकरण कर 2 करोड़ 59 लाख 48 हजार 435 की राशि जमा कराई। लोक अदालत में दो दंपत्ति के बीच सुलह कराकर उनको खुशी के साथ विदा किया गया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय नीना आशापुरे, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुकेश कुमार दांगी, प्रथम अपर जिला न्यायाधीश संजय कुमार शाही, द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश अशोक भारद्वाज, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अभिलाष जैन, न्यायाधीश रीनी खान शेख, जागृति एस चंद्रिकापुरे, इकारा मिन्हाज,के शिवानी, वैभव पटेल, तनु गर्ग, केशव कुमार, अनीस अब्बासी, अभिभाषक संघ अध्यक्ष रवींद्र भारद्वाज, सचिव बीएस चंदेल मौजूद थे।

तुलसी का पौधा किया गया भेंट
नेशनल लोक अदालत में सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया सीहोर की विभिन्न शाखा ने पुराने एनपीए ऋ ण खातों में 15 से 70 प्रतिशत तक की छूट दी। सीहोर शाखा ने एक दिव्यांगजन के पुराने ऋ ण खाते में 70 प्रतिशत की छूट देकर ऋ ण मुक्त किया। जिससे दिव्यांग का खुशी से चेहरा खिल उठा। बैंक के सीहोर शाखा प्रबंधक हरीश साहू ने बताया कि अन्य उपभोक्ताओं को भी लंबित प्रकरणों में राहत देकर निपटारा किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीध और सीजेएम (मुख्य ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट) को निरीक्षण के दौरान शाखा प्रबंधक हरीश साहू ने तुलसी का पौधा भी भेंट किया।

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