जानिए यहां होगा ऐसा कि 33 प्रतिशत महिलाओं को मिलेगा मौका…

कई गांव में दुकान नहीं होने से काटना पड़ता चार किमी तक का चक्कर

<p>राशन दुकान </p>

आष्टा. विकासखंड में दो साल पहले ग्राम पंचायतों में राशन दुकान खोलने की शुरू हुई प्रक्रिया आवेदन तक सिमट गई थी। दस्तावेज में त्रुटी होने सहित अन्य कारणों के चलते इस प्रोसेस को अधर में ही रोक दिया था। इसकी अब कवायद वापस शुरू की गई है। इसके लिए शुक्रवार पांच फरवरी से दोबारा ऑनलाइन आवेदन जमा करने का काम शुरू हुआ है। यदि कोई संबंधित व्यक्ति दुकान लेने की मंशा रखता है तो उसे पहले पोर्टल पर आवेदन करना होगा। इस आवेदन की गठित समिति जांच करेगी, उसमें पात्र मिला तो ही दुकान मिलेगी।

जानकारी के अनुसार आष्टा विकासखंड की 51 ग्राम पंचायतों में राशन दुकान खुलना है। इसके लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि संबंधित व्यक्ति इन दुकान को लेने के लिए राशन मित्र पोर्टल पर 20 फरवरी तक कही से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। गठित समिति आवेदन, दस्तावेज सत्यापन करेगी। उसके बाद ही राशन दुकान का आवंटन किया जाएगा। इन दुकानों में 33 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। इस बार सब कुछ ठीक रहा और दुकान जल्द ही खुली तो इसका सीधा फायदा दूसरी जगह राशन लेने जाने वाले हजारों लोगों को होगा। उनको गांव में ही आसानी से राशन मिल जाएगा।

इन तीन उदाहरण से समझिए क्या होती है परेशानी
केस01. दो किमी जाना मजबूरी
टांडा पंचायत के गांव मालीखेड़ी के लोगों को हर महीने राशन लेने दो किमी दूर दुपाडिय़ा जाना पड़ता है। कई बार राशन नहीं मिलने पर खाली वापस लौटना पड़ता है और दूसरे दिन जाना होता है। उनकी मुश्किल बारिश में उस समय ज्यादा बढ़ जाती है जब दोनों गांव के बीच नाला उफान आने से आवाजाही ठप हो जाती है। ग्रामीण लंबें समय से गांव में ही राशन दुकान खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन आज तक कुछ नहीं हो सका है।
केस02. छोडऩा पड़ती है मजदूरी
अरोलिया जावर गांव में भी राशन दुकान नहीं है। यहां के लोगों को हर महीने साढ़े किमी दूर जावर राशन दुकान पर राशन लेने आना पड़ता है। गरीब लोगों को तो इसके लिए मजदूरी तक छोडऩा पड़ती है। लोगों ने बताया कि वर्षो से इस समस्या का सामना करते आ रहे हैं, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है। कई बार लोगों ने अधिकारी-जनप्रतिनिधियों को शिकायत दर्ज कराई, जिसमें राशन दुकान खोलने की मांग की गई पर कुछ नहीं हुआ।
केस03. हर महीने होती है दिक्कत
खजूरिया जावर की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। यहां पर भी राशन दुकान नहीं है और लोग जावर राशन के लिए आते हैं। करीब दो हजार से ज्यादा की आबादी वाले इस गांव के लोगों ने राशन दुकान खोलने शिकायत दर्ज कराई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई है। जिससे लोगों में आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। लोगों ने बताया कि समस्या दूर करने की बात तो कही जाती है, कितना अमल होता है उसकी हकीकत गांव में राशन दुकान नहीं होना बता रहा है।
यह है विकासखंड में राशन दुकान की स्थिति
– 83 कुल राशन दुकान
– 40 हजार उपभोक्ता
– 300 गांव
– 134 ग्राम पंचायत
– 03 शहर (आष्टा, कोठरी, जावर)
वर्जन…
राशन मित्र पोर्टल पर संबंधित व्यक्ति राशन दुकान लेने के लिए आवेदन कर सकता है। आवेदन का गठित समिति सत्यापन करेगी उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी होगी। आवेदन की अंतिम तिथि 20 फरवरी है।
तृप्ति मिश्रा, आपूर्ति अधिकारी, खाद्य विभाग आष्टा

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