जिन किसानों के पास जल मोटर, ट्यूबवेल आदि चलाने बिजनी कनेक्शन नहीं है, उनको हर साल की तरह इस बार भी रबी सीजन में आस्थाई कनेक्शन लेना होगा। किसान अपनी सुविधा के हिसाब से एक से चार माह तक का कनेक्शन ले सकते हैं। उनको माह और एचपी के हिसाब से बिजली कंपनी में राशि जमा कर कनेक्शन मिलेगा। बिजली कंपनी की माने तो किसानों ने बिना आस्थाई (टेम्परेरी) कनेक्शन लिए मोटर चलाई तो कार्रवाई की जाएगी। इसमें मोटर जब्त कर बिजली चोरी प्रकरण दर्ज करने के साथ अन्य कार्रवाई होगी। इधर, किसानों का आरोप है कि एचपी पर निर्धारित की गई राशि ज्यादा है जिससे नुकसान उठाना पड़ेगा।
कंपनी का 190 करोड़ रुपए का बकाया
बिजली कंपनी का जिले में 190 करोड़ रुपए बकाया है। अक्टूबर महीने में ही कंपनी को 34 करोड़ रुपए बकाया राशि का टॉरगेट मिला है। जिसे पूरा करने अमला जुटा है, जिन गांवों में ज्यादा बकाया राशि है, वहां ट्रांसफार्मर उतारकर सप्लाई बंद की जा रही है। बताया जा रहा है कि अभी तक कई गांव के 30 ट्रांसफार्मर उतार सप्लाई रोक दी है।कंपनी अमला इन गांवों में पहुंच बकायादारों से राशि जमा करने का कह रहा है।
अचंल में शुरू हो गया है बोवनी कार्य
जिले में तीन लाख 90 हजार हेक्टेयर में इस साल रबी की बोवनी होना है। इसमें गेहूं, चना, मसूर की बोवनी शुरू हो गई है। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण किसान इस समय सीधे खेतों को बखर बोवनी करने में जुटे हैं। बोवनी बाद बीज का खेत में अंकुरण होते ही फसल में सिंचाई करने बिजली की आवश्यकता लगेगी। इससे पूर्व किसानों को कनेक्शन लेना पड़ेगा।
– 18 हजार ट्रांसफार्मर
– 77 सब स्टेशन
– 47 फीडर 33 केवी
– 343 फीडर 11 केवी
– 02 लाख 18 हजार उपभोक्ता