चिंतामन गणेश मंदिर पर पहले दिन पहुंचेंगे दस हजार श्रद्धालु

प्रसिद्ध गणेश मंदिर पर भगवान गणेश दस दिवसीय गणेशोत्सव में प्रतिदिन अलग-अलग रूप में नजर आएंगे।पहले दिन करीब दस हजार श्रद्धालुओं के ऐतिहासिक गणेश मंदिर के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।

<p>प्रसिद्ध गणेश मंदिर पर भगवान गणेश दस दिवसीय गणेशोत्सव में प्रतिदिन अलग-अलग रूप में नजर आएंगे।पहले दिन करीब दस हजार श्रद्धालुओं के ऐतिहासिक गणेश मंदिर के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।</p>
सीहोर। विक्रमादित्य कालीन प्राचीन ऐतिहासिक चिन्तामन सिद्ध गणेश मंदिर पर गणेश चतुर्थी के साथ ही १३ सितंबर से १० दिवसीय मेला शुरू हो जाएगा। भव्य मेला अनन्त चर्तुदशी 23 सितम्बर तक चलेगा। प्रसिद्ध गणेश मंदिर पर भगवान गणेश दस दिवसीय गणेशोत्सव में प्रतिदिन अलग-अलग रूप में नजर आएंगे।पहले दिन करीब दस हजार श्रद्धालुओं के ऐतिहासिक गणेश मंदिर के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
इसके साथ ही बप्पा के भक्तजन प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में पहुंचकर उनके दर्शन कर पूजा अर्चना करेंगे। मंदिर में इसकी विशेष तैयारी की गई है। इधर गणेश चतुर्थी के मौके पर चौक चौराहों पर भी भगवान गणेश को आकर्षक पांडाल में विराजित किया जाएगा। इसके साथ गणपति बप्पा मोरिया… की गूंज सुनाई देना शुरू हो जाएगी।
देश में चिंतामन सिद्ध गणेश की चार स्वयंभू प्रतिमाएं हैं, इनमें से एक सीहोर मेंं स्थित है। यहां सालभर लाखों श्रद्धालु भगवान के दर्शन करते आते हैं। अपनी मन्नत के लिए उल्टा सातिया बनाकर जाते हैं। कई सिद्ध मंदिरों में चिंतामन गणेश मंदिर भी है।
गुरुवार को गणेश चतुर्थी के पर्व से प्राचीन गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो जाएगा। हर बार की तरह इस साल भी गणेश मंदिर पर १० दिवसीय मेला लगेगा। मंदिर में सीहोर सहित आसपास क्षेत्र के श्रद्धालु पहुंचकर भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर मेले में खरीदारी करेंगे। इसकी तैयारी मंदिर समिति ने कई दिन पहले ही कर दी थीं, वह अब करीब पूरी हो चुकी है। मान्यता है कि मंदिर में प्राचीन भगवान गणेश के दर्शन करने से हर मनोकामना पूरी होती है, उसी उम्मीद को लिए १२ महीने यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रहती है। खासकर गणेश चतुर्थी से दस दिन तो भीड़ इतनी रहती है कि श्रद्धालुओं को दर्शन करने में कतार में लगकर काफी देर इंतजार करना पड़ता है। पंडित पृथ्वी वल्लभ दुबे ने बताया कि गणेश जन्म उत्सव मेला गणेश चतुर्थी 13 सितम्बर को सुबह 4 बजेे से श्री गणेश का महाभिषेक पूजन, सुबह छह बजे तक चलेगा। इसके बाद सुबह 6 बजे के बाद दर्शनार्थिगणों का गर्र्भग्रह में प्रवेश बंद हो जाएगा। दर्शन व्यवस्था सभा मंडप से प्रारंभ हो जाएगी। दोपहर 12 बजे जन्म महाआरती होगी तथा मेला प्रारंभ हो जाएगा। परंपरानुसार 23 सितंबर अनंत चौदस तक प्रतिदिन दर्शन उपलब्ध रहेंगे।
गणपति बप्पा मोरिया…
गणेश चतुर्थी के मौके पर आज शहर में भी चौक चौराहों पर भगवान गणेश को गाजे बाजे के साथ विराजित किया जाएगा।इसके साथ ही गणपति बप्पा मोरिया, जय गणेश … की गूंज शुरू हो जाएगी। बप्पा के भक्त दस दिन तक सुबह शाम विशेष आरती कर उपासना करेंगे। बच्चों के साथ बड़ों में भी इसे लेकर उत्साह नजर आ रहा है। शहर में इस बार कोतवाली चौराहा, नमक चौराहा, भोपाल नाका, लीसा टॉकीज चौरहा, लुनिया चौराहा, नदी चौराहा, इंदौर नाका, चाणक्यपुरी, सुदामा नगर, ग्वालटोली, मंडी, कस्बा, शुगर फैक्ट्री चौराहा, ब्रम्हपुरी, अवधपुरी, इंदिरा नगर के साथ छोटे, बड़े करीब १०० से अधिक स्थान पर भगवान गणेश की प्रतिमा विराजित की जाएगी। इसके लिए कई जगह बड़े पांडाल भी बनाए गए हैं।भक्त एक दिन पूर्व तैयारी में जोरशोर से जुटे रहे और वह करीब पूरी हो चुकी है।
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