कॉलेज के एनसीसी अधिकारी डॉ. उदय डोलस ने बताया कि कोविड19 के कारण एनसीसी की गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। इसमें सबसे ज्यादा प्रभाव एनसीसी प्रशिक्षण व शिविर पर पड़ा है। इन सब बातों को मद्देनजर रखते हुए रक्षा मंत्रालय व एनसीसी मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि एनसीसी से संबंधित महाविद्यालय में ही शिविर आयोजित किए जाएं इसी को देखते हुए यह कैंप कॉलेज में शुरू किया है। पहले दिन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद एनसीसी बटालियन भोपाल के एडम ऑफि सर राहुल भोरास्कर ने कहा कि एनसीसी संगठन भारत का एक अद्भुत संगठन है, जहां महाविद्यालय स्तर के एक छात्र को एक सैनिक के रूप में परिवर्तित किया जाता है। उन्होंने कॉलेज के सीनियर डिवीजन के एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि इस शिविर में सभी सैन्य विषयों का अच्छे से अध्ययन करें। एनसीसी की बी व सी सर्टिफि केट परीक्षा के अलावा भी रक्षा मंत्रालय की सभी परीक्षाओं में इस सिलेबस का उपयोग किया गया है। इस पांच दिवसीय शिविर के लिए सभी कैडेट्स से अपने उच्चतम स्तर का बेहतर परफ ॉर्मेंस देने की बात कहीं गई।
एकता की परिभाषा बताई
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल राजपूत ने सभी को अनुशासन और एकता की परिभाषा बताते हुए कहा कि कोरोना के बात एनसीसी कैडेट्स का एकत्रित होना एक बहुत अच्छी खबर है। एनसीसी कैडेट्स की एक यूनिट देश के अंदर की एक भारतीय सेना है। महाविद्यालय शिक्षा के साथ सैनिक प्रशिक्षण को तीन साल तक पूर्ण करना एक चुनौती है। एनसीसी संगठन से भारतीय सेना में शामिल होना किस तरह से आसान हो जाता है यह बात केवल एनसीसी कैडेट ही जानता है। उन्होंने कैंप के दौरान विशेष सावधानियां बरतने की बात कही। एनसीसी अधिकारी डॉक्टर उदय डोलस ने बताया कि बी सर्टिफि केट परीक्षा के लिए तीन दिन का कैंप व सी सर्टिफि केट परीक्षा के लिए 5 दिन का कैंप आयोजित किया जा रहा है। शिविर में हथियार, मानचित्र, युद्ध कौशल, नागरिक सेवा, साहसिक प्रशिक्षण आदि का लेक्चरव फ ील्ड पर प्रैक्टिकल से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर भोपाल बटालियन से आए लेफ्टिनेंट सतीश शर्मा, सूबेदार रघुवीरसिंह, रामदुलार, श्रीपाल, हवलदार मनोज कुमार,आदित्य कुमार मिश्रा आदि उपस्थित थे।