भोपाल-इंदौर बायपास सहित अन्य गांवों को जोडऩे के लिए सड़क महत्वर्पूण मानी जाती है। सीहोर, भोपाल, कोठरी, अमलाहा, सौंडा, किलेरामा, जताखेड़ा सहित अन्य जगह के लोग रोजाना इसी मार्ग से आवाजाही करते हैं। यह सड़क पिछले साल अतिवृष्टि के रूप में हुई तेज बारिश से उखड़कर गड्ढों में तब्दील हो गई थी। पीडब्ल्यूडी ने कुछ माह पहले गड्ढों में चुरी डालकर मेंटनेंस किया था, लेकिन यह ज्यादा दिन टिक नहीं पाया और सड़क पहले रूप में आ गई है।
नजर हटी दुर्घटना घटी
वर्तमान में सड़क पर शनिदेव मंदिर के समीप के अलावा अन्य जगह इतने बड़े गड्ढे हो गए हैं कि दो-चार पहिया चालकों की जरा सी नजर हटी दुर्घटना घटने में देर नहीं लगेगी। लोगों ने बताया कि सात महीने से सड़क बदहाल पड़ी है, फिर भी उसको पक्का नहीं बनाना सीधे सिस्टम की पोल खोलता है। सड़क का जल्द ही मेंटनेंस नहीं हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब इसकी वजह से बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
सात किमी का खतरनाक सफर
हर कदम पर जोखिम में जान…जी हां ये स्थिति कोठरी से निपानियां कलां के बीच सात किमी सड़क की है। सीहोर के साथ शाजापुर जिले को जोडऩे महत्वपूर्ण कही जाने वाली यह सड़क छह महीने से अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। इसकी हकीकत हर एक फीट की दूरी पर उखड़ा मटेरियल बता रहा है। सड़क के कारण लोगों को यातनाओं भरा सफर करना पड़ रहा है, जबकि कई को दूसरे मार्ग का सहारा लेना पड़ता है। ग्रामीणों ने अफसर, जनप्रतिनिधियों से कई बार इसका मेंटनेंस करने गुहार लगाई, लेकिन आलम यह रहा कि सुनवाई नहीं हुई। इससे उनका सब्र का बांध टूटने लगा है और चेतावनी दी है कि प्रदर्शन कर आंदोलन करने जैसा कदम उठाना पड़ेगा।
नहीं दे रहे हैं ध्यान
आष्टा विकासखंड में आधा दर्जन सड़क खराब पड़ी है, जिनसे सफर करने वाले सैकड़ों लोग समस्या उठा रहे हैं। जिस पीडब्ल्यूडी की सड़क बनाने, मेंटनेंस करने की जिम्मेदारी है वह बजट का रोना रोकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है। लसूडिय़ा से बड़ोदिया गाडरी, खाचरोद से सिद्दीकगंज, बड़ोदिया से झरखेड़ी सहित कई सड़क खराब है। उल्लेखनीय है कि यह समस्या लंबें समय से चली आ रही है, बावजूद लापरवाही दिखाई जा रही है।
वर्जन…
जिन जगह की सड़क खराब है उनका मेंटनेंस कराने के लिए संबंधित विभाग को जल्द ही निर्देशित किया जाएगा। जिससे कि आवाजाही करने वालों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
विजय कुमार मंडलोई, एसडीएम आष्टा