दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन जो कर सकता है स्पेस में सैटेलाइट लॉन्च

यह ड्रोन हवा से हवा में सैटेलाइट को पृथ्वी की ऊपरी कक्षा में पहुंचाने में सक्षम है

<p>दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन जो कर सकता है स्पेस में सैटेलाइट लॉन्च</p>
किसी सैटेलाइट को अंतरिक्ष में स्थापित करने के लिए बेहद जटिल लॉन्चिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। लेकिन अमरीका की एक ड्रोन निर्माता कंपनी ने इस परेशानी का बहुत आसान लेकिन ‘विशाल’ जरिया विकसित कर लिया है। अमरीका स्थित फर्म ‘एईवम’ ने रैवन एक्स (Ravn X) नाम का एक ड्रोन बनाया है। इसे खासतौर से छोटे उपग्रहों के लिए एक ऑटोनोमस, हवाई प्रक्षेपण प्रणाली (airborne launch system) के रूप में कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हाल के दिनों में, रॉकेट लैब, स्पेसएक्स, वर्जिन ऑर्बिट और कई अन्य स्टार्टअप ने भविष्य की स्पेस तकनीक को अधिक सरल बनाने और नोवेल लॉन्च सिस्टम विकसित करने के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है। इन कंपनियों के नवाचारों से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही निजी क्षेत्रों की कंपनियां उच्च आवृत्ति के साथ पृथ्वी की कक्षा में पेलोड लॉन्च करने में सक्षम हो सकती हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन
‘एईवम’ कंपनी (US-based firm Aevum) का दावा है कि उनका बनाया रैवन एक्स दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन (World’s biggest drone) है, जो ऑटोनोमस रूप से करीब 1.6 किमी लंबे (one mile) रनवे पर भी उतर सकता है। यह ड्रोन करीब 80 फीट लंबा (24 मीटर), 18 फुट (5.5 मीटर) ऊंचा और 60 फुट (पंखों का व्यास 18 मीटर) चौड़ा है। इसे 8 हजार वर्ग फुट (743 वर्ग मीटर) हैंगर में खड़ा किया जाता है। रैवन एक्स में नियमित विमान के समान ही जेट ईंधन का उपयोग होता है। ‘एईवम’ का कहना है कि रैवन एक्स पर मौसमी परिस्थितियों का कोई असर नहीं होता है और यह लगभग सभी जटिल परिस्थितियों में लॉन्च हो सकता है। इस ड्रोन का 70 प्रतिशत हिस्सा दोबारा उपयोग किया जा सकता है। लेकिन कंपनी इसे 100% रीयूजेबल बनाने पर काम कर रही है।

दुनिया का सबसे बड़ा ड्रोन जो कर सकता है स्पेस में सैटेलाइट लॉन्च

बीच हवा में लॉन्च कर सकेगा उपग्रह
रेवन एक्स में वर्जिन ऑर्बिट ( Virgin Orbit ) के लॉन्च सिस्टम या स्ट्रैटोलांच ( Stratolaunch) जैसी ही समानताएं हैं। वर्जिन ऑर्बिट दुनिया का सबसे बड़ा विमान है (the world’s largest plane) और यह बीच हवा में ही अंतरिक्ष में पेलोड लॉन्च करने के लिए विकसित किया जा रहा है। हालांकि, वर्जिन ऑर्बिट की तरह रेवन एक्स को ऑपरेट करने के लिए पायलट की जरूरत नहीं है, इसलिए जान का जोखिम भी नहीं है। पूरी तरह से तैयार होने पर रेवन एक्स 180 मिनट प्रति लॉन्च की गति से अंतरिक्ष में पेलोड फायर करने में सक्षम होगा।

‘एईवम’ के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे स्काइलस का कहना है कि रेवन एक्स के साथ हम अगली पीढ़ी को सॉफ्टवेयर और ऑटोमेशन तकनीक के साथ ज्यादा लॉजिस्टिक्स अंतरिक्ष में ले जाने पर जोर दे रहे हैं। कंपनी के सबसे पहले ग्राहकों में अमरीकी वायु सेना है, जो एसलोन-45 प्रोजेक्ट (ASLON-45 mission) के तहत रेवन एक्स की मदद से पृथ्वी की कक्षा में छोटे उपग्रहों का समूह स्थापित करेगी।
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