क्या होती है Genetic Testing – Genetic Test में ब्लड सैंपल का एनालिसिस किया जाता है । अपने होने वाले बच्चे को जेनेटिक डिसऑर्डर से बचाने के लिए आप यह जांच करवा सकते हैं। इससे यह फ़ौरन पता लग जाता है कि माता या पिता में ऐसा कौन सा जीन मौजूद है जो बच्चे को भी जेनेटिक बीमारी दे सकता है।
जेनेटिक टेस्ट का फायदा नुकसान-
इस टेस्ट से हम अनुवांशिक बीमारी ( genetic disease ) का पता लगा सकते हैं और जांच के परिणाम से शुरूआती उपचार विकल्पों को चुन सकते हैं। लेकिन इस जांच से कई लोगों को पछतावा भी हो सकता है जब उन्हें यह पता चलता है कि उनके बच्चे को कोई जेनेटिक डिसऑर्डर ( Genetic disorder ) है। इसके अलावा इस जांच से परिवार के कई भेद भी खुल जाते हैं जिससे घर में तनाव का माहौल पैदा हो जाता है।
किन हालात में कराए जेनेटिक टेस्ट-
अगर ब्रेस्ट एंड ओवेरियन कैंसर, मोटापा, पार्किंसस, सिस्टिक फाइब्रोसिस, सीलिएक डिसीज जैसी किसी भी जेनेटिक बीमारी आपके या आपके पार्टनर के परिवार पीढ़ियों से चला आ रहा हो तो आप जेनेटिक टेस्टिंग करवा सकते हैं। ताकि आप अपने बच्चे को इस खतरे से बचा सकें।