डेटा प्राइवेसी पर पूरी दुनिया में हो एक जैसे नियम- सत्य नडेला

– 91% कारोबारी मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे।- 72% कंपनियां कर्मचारियों से चाहती हैं कि वह सोशल मीडिया पर उनकी वकालत करें।- 70% मार्केटियर अपने ब्रांड को पहचान देने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

<p>डेटा प्राइवेसी पर पूरी दुनिया में हो एक जैसे नियम- सत्य नडेला</p>

हैदराबाद । डेटा प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर वॉट्सऐप विवादों में रहा है। अब माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा कि जिस तरह खाद्य सुरक्षा, दवाओं की सुरक्षा के लिए कानून हैं, उसी तरह डेटा प्राइवेसी या गोपनीयता के लिए पूरी दुनिया में एक सशक्त कानून होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने जिस प्रकार डिजिटल बदलाव को गति दी है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रौद्योगिकी उत्पाद व सेवाएं उपयोग के लिए सुरक्षित हैं। वह वर्चुअल आयोजित बॉयो एशिया 2021 कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

– 53% मार्केटियर सोशल मीडिया से बिक्री बढ़ाने की कोशिश करते हैं।
– 13% वैश्विक विज्ञापन खर्च का, सोशल मीडिया पर इस्तेमाल।
– 10 देशों ब्राजील व अमरीका आदि में प्राइवेसी पॉलिसी व शर्तें।
– 200 करोड़ उपभोक्ता थे 2020 में वॉटïï्सऐप मैसेजिंंग ऐप पर।
– 981 करोड़ रुपए जुर्माना 2017 में लगाया ईयू एंटी ट्रस्ट आथॉरिटी ने।

कंपनियों को सलाह-
उन्होंने कहा कि कंपनियों को उपयोगकर्ताओं के डेटा की गोपनीयता को ध्यान में रखकर उत्पाद डिजाइन करने चाहिए। इसमें कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।

डेटा प्राइवेसी पॉलिसी विवाद कब-कब –
यूरोपियन देशों में यूजर डेटा प्राइवेसी पॉलिसी बनाई गई है, इसके उल्लंघन पर फेसबुक व व्हाट्सऐप जैसी कंपनियों पर अर्थदंड लग चुका है।

‘प्राइवेसी’ इसलिए जरूरी –
फेसबुक: 2020 की तीसरी तिमाही में 2150 करोड़ का विज्ञापन मिला।
वॉट्सऐप: साल 2020 में इस माध्यम से कोई कमाई नहीं, नई प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव कर यूजर के डेटा का फेसबुक व इंस्टाग्राम पर उपयोग करने का लक्ष्य।

कंपनी के लिए यूजर ही कमाई का जरिया –
जैसे आपका फेसबुक, इंस्टा व ट्विटर जैसे किसी प्लेटफॉर्म पर अकाउंट है तो इसके बदले में संबंधित कंपनी कोई शुल्क नहीं वसूलती है। यह समझना जरूरी है कि उसकी कमाई का प्रमुख जरिया यूजर ही है। अपने प्लेटफॉर्म से बिजनेस के लिए यूजर की पसंद व नापसंद जानकर करोड़ों का विज्ञापन आकर्षित करती हैं। इसीलिए मुनाफा कमाने के लिए कंपनी दï्वारा यूजर का डेटा शेयर किया जाता है।

ऐसे करते हैं प्रयोग-
लोकेशन: लोकेशन की जानकारी जैसे ही साझा होगी तो ये पता लग जाएगा कि आप कब और कहां जाते हैं।
शॉपिंग: कब कहां पर शॉपिंग, मूवी व घूमने के लिए जाते हैं।
फोटो एनालिसिस: इससे आपके ड्रेसेज की जानकारी व पसंद जानना शामिल है।

यूं करेगा ट्रैक –
डेटा शेयर होने के बाद वॉट्सऐप कॉल, स्टेटस व चैट डिटेल से फेसबुक आपको विज्ञापन दिखाएगा। जैसे किसी से घूमने को लेकर चैट किया तो फेसबुक आपको टूर एंड ट्रैवल से जुड़े विज्ञापन दिखाना शुरू कर देगा।

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