ISS : अंतरिक्ष स्टेशन पर मंडरा रहा नया खतरा

-दक्षिण अमरीका और दक्षिण अटलांटिक के बीच कमजोर चुंबकीय क्षेत्र (earth magnatic field) के कारण कंप्यूटर प्रणाली कै्रश होने की आशंका

<p>ISS : अंतरिक्ष स्टेशन पर मंडरा रहा नया खतरा</p>
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन एक अजीब मुश्किल से गुजर रहा है। दरअसल पृथ्वी पर बरमूडा ट्रांयगल की तरह ही अंतरक्षि में भी एक क्षेत्र विशेष की तरफ जाते ही आइएसएस की कंप्यूटर प्रणाली पर क्रैश होने का खतरा बढ़ जाता है। वैज्ञानिक इस परेशानी को हल करने का प्रयास कर रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि दक्षिण अमरीका और दक्षिण अटलांटिक महासागर के बीच पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र कमजोर हो जाता है। पृथ्वी पर इसका असर भले ही नजर नहीं दिखे, लेकिन अंतरिक्ष स्टेशन का इस क्षेत्र के ऊपर आते ही पृथ्वी से संपर्क टूट जाता है। इस क्षेत्र को दक्षिण अटलांटिक अनोमली (एसएए) कहते हैं।
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क्या होगा नुकसान
चुंबकीय क्षेत्र धरती का सुरक्षा होता है। यह सौर विकिरण को रोकता है। इसलिए जहां यह क्षेत्र कमजोर होता है, उस क्षेत्र में रेडिएशन के कारण उपकरणों को नुकसान हो सकता है।
क्या समाधान है
स्टेशन की गैलरी और स्लीपिंग कैबिन की शील्डिंग बढ़ाई गई है। उन्हें डोसीमीटर लगाए जाते हैं, यह ऐसी डिवाइस होता है, जो रेडिएशन को नापता है और खतरनाक स्तर पर पहुंचते ही चेतावनी देता है।
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बढ़ रहा है यह क्षेत्र
वैज्ञानिकों की चिंता इस बात की है यह क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले पांच वर्ष में यह क्षेत्र 10 फीसदी तक बढ़ सकता है।
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