पानी के लिए फूटा गुस्सा, तीन जगह जाम

गंगापुरसिटी . चम्बल नदी से पानी की सप्लाई बंद होने के कारण उपजे पेयजल संकट को लेकर लोगों को गुस्सा फूटने लगा है। कई दिनों से पानी का संकट झेल रही महिलाओं ने बुधवार को शहर में तीन अलग-अलग स्थानों पर जाम लगा कर अपने गुस्से का इजहार किया।

<p>पानी के लिए फूटा गुस्सा, तीन जगह जाम</p>
गंगापुरसिटी . चम्बल नदी से पानी की सप्लाई बंद होने के कारण उपजे पेयजल संकट को लेकर लोगों को गुस्सा फूटने लगा है। कई दिनों से पानी का संकट झेल रही महिलाओं ने बुधवार को शहर में तीन अलग-अलग स्थानों पर जाम लगा कर अपने गुस्से का इजहार किया।

सुबह मूर्ति मोहल्ले की महिलाओं ने कैलाश टॉकीज और ट्रक यूनियन के मध्य मुख्य मार्ग पर, माल गोदाम रोड पर नृसिंह कॉलोनी की महिलाओं ने और सिटी पावर हाउस के पास हरिजन मोहल्ले की महिलाओं ने जाम लगा दिया।
सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस और जलदाय विभाग के अभियंता मौके पर पहुंचे और समझाइश कर काफी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। जाम के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही वैकल्पिक मार्गों से वाहनों को निकालना पड़ा। इधर, पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने कहा कि लोग पेयजल समस्या से परेशान हैं। पम्प डालने का कार्य बहुत बड़ा नहीं है। सरकार के पास रेस्क्यू टीम है। लोगों को पानी नहीं मिलना सरकार का फेलियर है।

पहला जाम


मूर्ति मोहल्ले के मनोज शर्मा, अनिल शर्मा एवं अजय शर्मा आदि ने बताया कि मोहल्ले में सात दिन से पानी नहीं आ रहा है। लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। इसके चलते सुबह करीब सात बजे महिलाओं ने ट्रक यूनियन मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना पर कोतवाली थाना प्रभारी हरजीलाल पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता रामकेश मीना भी मौके पर पहुंचे। एक्एईएन की ओर से टैंकरों से आपूर्ति कराने का आश्वासन देने पर करीब आधे घंटे बाद जाम खुल सका।

दूसरा जाम


पानी के लिए दूसरा जाम करीब 8.3० बजे माल गोदाम रोड पर नृसिंह कॉलोनी की महिलाओं ने लगाया। कमला अग्रवाल, उर्मिला, अरुण, विमला एवं ललिता आदि ने बताया कि 8 दिन से पानी के लिए तरस रहे हैं। कैम्पर और टैंकर मंगाकर काम चला रहे हैं। ऐसे में जाम लगाने को मजबूर होना पड़ा। सूचना पर कोतवाली थाना प्रभारी, हैड कांस्टेबल रेवत सिंह पुलिस जाप्ते के साथ पहुंचे। जलदाय विभाग के सहायक अभियंता डी. एल. सैनी की ओर से गुरुवार सुबह आपूर्ति कराने का आश्वासन देने के बाद महिलाएं जाम हटाने को राजी हुईं। यहां करीब एक घंटे तक जाम के कारण टेम्पो चालकों सहित अन्य वाहन चालकों को वैकल्पिक राह तलाशनी पड़ी।

तीसरा जाम


पानी के लिए फव्वारा चौक के पास स्थित हरिजन मोहल्ले की महिलाओं ने सुबह करीब 11.3० बजे सिटी पावर हाउस के पास जाम लगा दिया। सूचना पर कोतवाली थाने से एएसआई महेश व हैड कांस्टेबल पुष्पेन्द्र पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और समझाइश की। उन्होंने जलदाय विभाग के अभियंताओं को जानकारी देकर टैंकर आने की सूचना दी। इसके बाद जाम खुल सका। बाद में विभाग की ओर से पानी का टैंकर भेजा गया।

पानी भरने में हुई अव्यवस्था


मूर्ति मोहल्ले की महिलाओं के जाम लगाने के बाद विभाग की ओर से पानी का टैंकर भेजा गया। इस दौरान पानी भरने को लेकर महिलाओं ने काफी जद्दोजहद हुई। महिलाएं एक-दूसरे से पाइप छीनती नजर आई। थाना प्रभारी ने समझाइश के प्रयास किए, लेकिन हालत जस के तस बने रहे तथा अव्यवस्था बनी रही।

यह है कारण
जानकारी के अनुसार जलदाय विभाग की ओर से कुछ दिनों पूर्व तक शहर में ५८ लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही थी। चम्बल नदी से पानी की आवक के चलते चम्बल परियोजना के इंटकवेल का पम्म जाम होने के कारण वहां से आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसके चलते वहां से मिलने वाला 2० लाख लीटर पानी गत 2 अक्टूबर से नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में नसिया कॉलोनी और जलदाय विभाग कार्यालय स्थित टंकी से होने वाली आपूर्ति बाधित होने से पेयजल संकट पैदा हो गया है।

एक तिहाई मिल रहा पानी


विभागीय जानकारी के अनुसार शहर में आपूर्ति के लिए 128 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है, लेकिन चम्बल नदी से मिलने वाला 2० लाख लीटर पानी बंद होने से फिलहाल 38 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है। यह आपूर्ति आवश्यकता से करीब एक तिहाई ही है। ऐसे में लोगों को पेयजल संकट झेलना पड़ रहा है और लोग जाम लगाने को विवश हो रहे हैं। इसके चलते विभाग की ओर से चम्बल परियोजना का पम्प चालू होने तक स्थिति से निपटने के लिए टैंकरों से जलापूर्ति के प्रस्ताव मुख्य कार्यालय भेजे गए हैं।

एईएन-जेईएन को नोटिस


शहर में पेयजल आपूर्ति बाधित होने को लेकर बुधवार को उपखंड अधिकारी विजेन्द्र मीना ने जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता रामकेश मीना के साथ बैठक की। उन्होंने पेयजल आपूर्ति बाधित होने को लेकर जानकारी मांगी तो अधिशासी अभियंता मीना ने चम्बल परियोजना के इंटेकवेल का पम्प जाम होने से 20 लाख लीटर पानी नहीं मिलने, आवश्यकता और वर्तमान में की जा रही आपूर्ति के बारे में जानकारी दी। साथ ही बताया कि इसके चलते टैंकरों से जलापूर्ति के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजे गए हैं। उपखंड अधिकारी मीना ने सहायक अभियंता शहर डी. एल. सैनी व कनिष्ठ अभियंता धीरज को फोन नहीं उठाने व फोन स्विच ऑफ रखने पर नोटिस जारी कर दोनों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

पेयजल आपूर्ति एक नजर में
12 हजार हैं पेयजल उपभोक्ता
58 लाख लीटर पहले हो रही थी आपूर्ति
2० लाख लीटर नहीं मिल रहा चम्बल से पानी
38 लाख लीटर की अब हो रही आपूर्ति
128 लाख लीटर की है जरूरत
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