घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि खडूरी ग्राम निवासी नव विवाहिता चेतना त्रिपाठी पत्नी शंकरदीन त्रिपाठी का चार वर्ष पूर्व विवाह हुआ था। मायका पक्ष का आरोप है कि विवाह के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। वो लगातार दहेज की मांग करते रहे। उनका आरोप है कि ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से तंग आ कर ही चेतना ने फांसी लगा ली, या उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने चेतना की मौत का जिम्मेदार उसके ससुराल पक्ष को ठहराया है।
इस घटना के बाद सभापुर थाने के बाहर की चेतना के मायके के लोगों ने ससुराल पक्ष के लोगों के साथ हाथापाई भी की जो देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गई।