बताया जा रहा है कि सतना निवासी मुख्तार सिद्दीकी का निकाह मार्च माह में हुआ था। महिला का आरोप है कि विवाह के बाद से ही दहेज के लिए पति और ससुराल के अन्य लोग पेरशान कर रहे थें जिसकी रिपोर्ट पहले ही दर्ज कराई थी। मामला परिवार परामर्श केंद्र में चला भी, लेकिन परामर्श केंद्र ने दोनो पक्षों को समझा कर सुलह करा दिया। आरोप है कि उसके बाद भी ससुराल वाले महिला को प्रताड़ित करते रहे। अब उसके शौहर ने उसे तलाक दे दिया है।
ऐसे में पीड़ित, महिला थाने पहुंची और पुलिस को बताया कि उसका पति मुख्तार सभी के सामने उसे तलाक-तलाक-तलाक कह कर घर से बाहर निकाल दिया है। इस पर पुलिस ने तीन तलाक कानून के तहत अपराध दर्ज कर महिला के शौहर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बता दें कि एक बार में तीन बार तलाक, तलाक, तलाक कह कर पत्नी को अलग करने के मामले में वृद्धि के मद्देनजर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संसद में इसके खिलाफ विधेयक लाया गया। सुप्रीम कोर्ट में भी इस पर सुनवाई हुई। उसके बाद संसद ने भारी बहुमत से कानून पारित कर दिया। अब इस कानून के तहत मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाले शोषण के खिलाफ सजा का प्रावधान है।