35 हिस्से में बांटा गया रैगांव विस क्षेत्र होटल भरहुत में बंद कमरे में आयोजित की गई यह बैठक रैगांव चुनाव की तैयारियों को लेकर काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बैठक में चुनाव पर भाजपा की पकड़ बनाने के लिये आगामी रणनीति पर चर्चा कर अंतिम रूप दिया गया। बैठक में पूरे विधानसभा क्षेत्र को 35 हिस्सों में बांटा गया है। जिसमें 32 ग्राम केन्द्र और 3 नगर केन्द्र शामिल हैं। 3 नगर केन्द्र का गठन कोठी के कुल 15 वार्डों को तीन हिस्सों में विभाजित कर किया गया है। इन्ही 35 हिस्सो के आधार पर सभी को जिम्मेदारी दी गई है जो आगे एक-एक बूथ तक जाकर मतदाताओं के बीच भाजपा का माहौल बनाएंगे।
योजनाओं के सहारे डालेंगे डोरे बैठक में हालिया तौर पर तय किया गया है कि पूरी रणनीति केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के हितलाभ पर आधारित होगी। माना गया है कि ज्यादातर मतदाता केन्द्र या राज्य सरकार की किसी न किसी योजना से लाभान्वित है। लिहाजा उनतक पहुंच कर योजनाओं के बारे में बताते हुए आशीर्वाद मांगा जाएगा।
जिम्मेदारी कार्यालय से नहीं फील्ड में जाकर दें बैठक में तय किया गया कि उपचुनाव के लिये नीचे तक काम करना होगा। इसलिये चारों टोलियां अपने नेतृत्व में नीचे की ईकाई को भी मजबूत करेगी। सक्रिय कार्यकर्ताओं की लिस्ट तैयार की जाएगी। मंडल की पूरी टीम सहित कार्य समिति के सदस्य, आमंत्रित सदस्य, स्थायी सदस्यों की बैठक ली जाए और दायित्व दिये जाएं। पालक और सह संयोजक तय किये जाएंगे। लेकिन स्पष्ट कहा गया कि यह काम कार्यालय में बैठ कर नहीं बल्कि फील्ड में जाकर किया जाए। ग्राम व नगर केन्द्रों की बैठक औपचारिक नहीं होगी। इसके लिये एक दिन में 2 या 3 केन्द्र में ही बैठक करते हुए जमीनी काम किये जाएंगे। खानापूर्ति से पूरी तरह परहेज करने को कहा गया है।
7 अगस्त पर पूरा फोकस बैठक में तय किया गया है कि 7 अगस्त को जो अन्न उत्सव होना है उस पर पूरी गंभीरता बरती जाए। इस दिन हर कार्यक्रम में भाजपा का जनप्रतिनिधि मौजूद रहना चाहिए। पूरा ख्याल रखा जाए कि हितग्राहियों तक खाद्यान्न पहुंचे। उल्लेखनीय है कि इस दिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो वाले बैग में राशन का वितरण होगा। लिहाजा भाजपा की मंशा है कि इस बहाने हर घर में मोदी और शिवराज के चेहरे पहुंच जाएं।
प्रत्याशी पर कोई चर्चा नहीं भाजपा की इस बैठक में प्रत्याशी को लेकर किसी भी तरह की चर्चा नहीं की गई है और न ही रैगांव में अभी के माहौल पर कोई चर्चा हुई है। भाजपा माहौल को लेकर आशान्वित है कि इससे कुछ नहीं होना है। क्योंकि जब जमीनी स्तर पर काम होगा तो पूरी स्थितियां पार्टी के अनुकूल हो जाएंगी।