यह भी पढ़ें- Coronavirus: छात्र ने बनाई अनोखी डोर बेल, कोरोना को हराने में करेगी मदद दरअसल, संभल जिले की कोकावास ग्राम पंचायत के मजरा जगदीशपुरी निवासी 50 वर्षीय रामौतार अपनी 18 वर्षीय पुत्री गंगा के लिए रिश्ता देखने पंजाब से आए थे। रामौतार के साथ भाई रामेश्वर और बेटा अशोक भी आया था। लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण वह एक महीने से गांव में फंस गए थे। जबकि उनकी पत्नी व अन्य बच्चे पंजाब में ही रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिता-पुत्री रविवार दोपहर घर में भोजन कर रहे थे। इसी दौरान बारिश के बीच अचानक उनके मकान की छत भरभरा कर गिर गई। पड़ोसियों ने दौड़कर पिता-पुत्री को छत के मलबे से जैसे-तैसे निकाला, लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे।अ सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया है।
पुत्री की शादी का सपना रह गया अधूरा बताया जा रहा है कि रामौतार अपनी पुत्री का विवाह बड़ी ही धूमधाम से करना चाहता था। इसीलिए वह पंजाब से बेटी के लिए अच्छे रिश्ते की तलाश में अपने पैतृक गांव आया था और कुछ जगह बात भी चल रही थी। लेकिन, कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। रामौतार का एक बेटा पवन पंजाब में है। उन्हें फोन से मौत की खबर दे दी गई है। पवन और उसकी मां पंजाब प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं।