देखते ही रह गए
वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश साहनी ने महागठबंधन के सीटों के बंटवारे की घोषणा के लिए बुलाई गई प्रेस वार्ता में ही इससे अलग होने की घोषणा कर डाली। सहनी के इस कदम से एकबारगी तो मंच तो मौजूद कांग्रेस, वाम दलों और राजद के नेता देखते ही रह गए। लेकिन साहनी रुके नहीं। उधर बसपा के प्रदेशाध्यक्ष ने पहले ही लालू यादव की पार्टी राजद का दामन थाम कर बसपा सुप्रीमों को तगड़ा झटका दिया है।
वीआईपी पार्टी महागठबंधन से अलग हुई
विपक्षी महागठबंधन के सीटों के बंटवारे की घोषणा करने के लिए बुलाई गई प्रेस वार्ता में राजद के नेता तेजस्वी यादव ने सभी दलों की सीटों की संख्या का खुलासा किया। जबकि वीआईपी पार्टी के लिए कहा कि राजद के कोटे से वीआईपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा को भी सीटें आगामी एक-दो दिन में तय की जाएंगी। इतना सुनने के बाद वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी उखड़ गए। साहनी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही महागठबंधन से अलग होने की घोषणा कर डाली।
राजद पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप
उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा समाज से होने के कारण राजद ने धोखा दिया है। अति पिछड़ा वर्ग के लोग राजद को इस चुनाव में इसका जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि जो हमारे साथ अभी हो रहा है वह कहीं न कहीं बैकस्टैबिंग (पीठ पर छुरा घोंपना) है। मैं इस गठबंधन से बाहर जा रहा हूं और कल मीडिया को संबोधित करूंगा।
राजद ने बताया सुनियोजित घटना
मुकेश सहनी के इस ऐलान को राजद ने सुनियोजित घटना करार दिया है। राजद का कहना है कि जब सब बातचीत हो गई थी, उसके बाद इस तरह से घोषणा करना बताता है कि किसी और के इशारे पर किया गया काम है। मुकेश सहनी की पार्टी का कहना है कि 25 सीट और डिप्टी सीएम के पद पर बात हुई थी लेकिन पत्रकार वार्ता में इस संबंध में कोई घोषणा नहीं हुई। यह अति पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ राजद का धोखा है।