इंटरनेशल कॉलिंग मामले में देवबंद के एक हकीम से एटीएस ने दस घंटे तक की पूछताछ

एटीएस की टीम ने देवबंद के नामचीन हकीम को 10 घंटे तक हिरासत में रखा
कई दिनों से सऊदी अरब के एक नंबर पर लंबी बातचीत कर रहा था हकीम

<p>यूपी एटीएस</p>
सहारनपुर ( Saharanpur ) आतंकवाद निरोधक दस्ते एटीएस ( ATS ) ने देवबंद ( Deoband ) के एक नामचीन हकीम से करीब 10 घंटे तक इंटेरोगेशन की। इस दौरान देवबंद में तरह-तरह की चर्चाएं चलती रही लेकिन 10 घंटे की पूछताछ के बाद एटीएस ने हकीम को छोड़ दिया।
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मीडिया रिपाेर्ट के अनुसार, यह हकीम पिछले कुछ दिनों से सऊदी अरेबिया के एक नंबर पर लंबी बातचीत कर रहे थे। इस बातचीत के दौरान बाबरी मस्जिद और अयोध्या में बनाए जा रहे श्री राम मंदिर की भी बातें हो रही थी। इसी आधार पर एटीएस ( UP ATS ) ने हकीम को हिरासत में लिया और सहारनपुर में लाकर उनसे करीब 10 घंटे तक पूछताछ की। इस इंटेरोगेशन में कोई खास बात सामने नहीं आई जिसके बाद एटीएस ने हकीम को क्लीन चिट देकर छोड़ दिया।
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जिस हकीम को एटीएस ने हिरासत में लिया था उनका देवबंद में एक प्रसिद्ध दवाखाना है। शुक्रवार की सुबह एटीएस देवबंद पहुंची और हकीम को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एटीएस ने हकीम से मुख्य रूप से यह बात पूछी थी जिस नंबर पर वह सऊदी अरब में लंबी बातचीत कर रहे हैं वह शख्स कौन है ? इस पर हकीम ने बताया कि वह उनका एक ग्राहक है। एटीएस इस फोन कॉल को सुन रही थी और इस फोन कॉल में बातचीत के दौरान गृहमंत्री अमित शाह समेत उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों को कोरोना हो जाने की भी चर्चा होती थी। बातचीत के दौरान बाबरी मस्जिद ( Babri Masjid ) और श्री राम मंदिर ( Ram Mandir ) को लेकर भी बातचीत होती थी। बताया जाता है कि बातचीत में कोरोना बीमारी को लेकर और कुछ आपत्तिजनक बातें भी कही गई।
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इसी आधार पर एटीएस ने हकीम को हिरासत में लिया और लंबी पूछताछ की। लंबी चली इंटेरोगेशन में यह बात सामने आई कि यह उनकी बातचीत करने का तरीका है और जैसे शब्द इस्तेमाल कर रहे थे वह रूटीन में इसी तरह से बात करते हैं। जब एटीएस को कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं लगा तो उन्हें वापस देवबंद भेज दिया गया।
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