भाई-बहन के त्योहार राखी के लिए नहीं आए डाकविभाग में वाटरप्रूफ लिफाफे, गंगा जल के लिए भी परेशान हो रहे लोग

डाकविभाग में सावन की तैयारी इस वर्ष नजर ही नहीं आ रही है। डाक घरों में करीब तीन महीने से गंगाजल का टोटा है। सावन माह में गंगाजल लेने के लिए जाने वाले लोगों को निराश लौटना पड़ता है।

सागर. डाकविभाग में सावन की तैयारी इस वर्ष नजर ही नहीं आ रही है। डाक घरों में करीब तीन महीने से गंगाजल का टोटा है। सावन माह में गंगाजल लेने के लिए जाने वाले लोगों को निराश लौटना पड़ता है। वहीं रक्षाबंधन २२ अगस्त को है और अब तक वाटरप्रूफ लिफाफे भी विभाग में नहीं आए हैं। अन्य जिलों १२ जुलाई से ही लिफाफे की बिक्री शुरू हो गई है। विभाग द्वारा हर वर्ष विदेशों और शहर से दूरस्थ स्थानों पर राखी भेजने के लिए अलग से कउांटर की सुविधा दी जाती है। १० रुपए की कीमत में लिफाफा भी दिया जाता है लेकिन इस वर्ष अब तक कोई तैयारी नहीं की गई है।
सावन में लिफाफे और गंगा जल दोनों की मांग रहती है। लोगों का कहना है कि डाकघरों से गंगाजल बेचने की योजना बहुत ही अच्छी थी। सावन सोमवार पर लोग घरों में गंगाजल से अभिषेक करते हैं। अभी कोरोना संक्रमण की वजह से घरों में अधिक-पूजा पाठ हो रहा है। लोग गंगाजल से घर ही पूजा करना चाहते हैं, लेकिन डाक घरों में पहुंचने पर वहां यह उपलब्ध नहीं है। जानकारी लेने पर पता चला कि करीब तीन महीने से मुख्य डाकघर सहित अन्य डाकघरों में यह उपलब्ध नहीं है।
शिवभक्तों के लिए खास है यह महीना
सावन का महीने शिव भक्तों के लिए खास होता है। शिव भक्त गंगा के जल से भगवान शंकर का अभिषेक करते हैं। इसीलिए सावन के महीने में गंगाजल की अच्छी मांग रहती है। डाकघरों से साल के अन्य महीनों के मुकाबले सावन में ही आधे से अधिक आपूर्ति गंगाजल की होती है। सावन के दो सोमवार निकल गए हैं लेकिन अब तक आपूर्ति नहीं हुई है।
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