जारी की गई नई गाइडलाइन के चलते पिछले सात दिनों में आरटीओ में एक भी नए वाहन का रजिस्टे्रशन नहीं हुआ है। शो-रूम संचालकों द्वारा जो ऑनलाइन रजिस्टे्रशन किए गए हैं उनका आंकड़ा भी अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन यह साफ है कि पिछले दस दिनों में शहर में छोटे-बड़े वाहनों की खरीदी का आंकड़ा ५० फीसदी गिर गया है और शो-रूम संचालक त्यौहारी सीजन में इसके प्रतिकूल असर को लेकर चिंतित हैं। उनका मानना है कि वाहनों की बिक्री में कमी आ सकती है।
रजिस्टे्रशन कराने नहीं पहुंच रहे आरटीओ, त्योहारी सीजन की चिंता
आरटीओ प्रदीप कुमार शर्मा के अनुसार सुप्रीम कोर्ट द्वारा टूव्हीलर का बीमा कम से कम पांच साल और फोर व्हीलर या बड़े वाहनों के लिए बीमा पॉलिसी की अवधि तीन वर्ष के लिए अनिवार्य करने के बाद १ सितम्बर से इसे लागू कर दिया गया है। शुरुआत में जिन वाहनों को पंजीयन के लिए लाया गया था उन्हें निर्धारित अवधि की बीमा पॉलिसी कराने का कहकर लौटा दिया गया था। लेकिन पिछले एक सप्ताह से आरटीओ कार्यालय में किसी नए वाहन का रजिस्टे्रशन नहीं किया गया है। वहीं वाहनों की बिक्री सबसे ज्यादा गणेशोत्सव से लेकर दिवाली के त्यौहार के बीच रहती है। १ सितम्बर से नई गाइडलाइन के चलते वाहन बिक्री के घटे हुए आंकडे के कारण शोरूम संचालक १३ सितम्बर से शुरू हो रहे गणेशोत्सव में यह स्थिति रहने की आशंका से चिंतित हैं। वहीं वाहन बिक्री मानसून के कारण
कम होने और गणेश स्थापना के बाद इसमें इजाफे का अनुमान लगाया जा रहा है।
नई गाइडलाइन के बाद स्थिति में बदलाव
पहले हर दिन होता था करीब 50 वाहनों का रजिस्टे्रशन
बाइक के फस्र्ट पार्टी बीमा पर एक साल में आता था 12 सौ रुपए खर्च
अब पांच साल का बीमा कराने पर खरीदार पर बढ़ा 3 हजार का भार
कार के तीन साल के फस्र्ट
पार्टी बीमा पर बढ़ा 5 हजार
का अधिक भार
एक महीने में जिले में 500 से ज्यादा बिकते हैं टूव्हीलर
फोरव्हीलर की मासिक सेल का 160 से ज्यादा है आंकड़ा