दुकानों पर लग रही भीड़, चेहरे से मास्क गायब
बीना. शहर में दो नए कोरोना मरीज निकलने के बाद भी कहीं भी लोग गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। पचास प्रतिशत से ज्यादा लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं और दुकानों पर भीड़ लग रही है। इस ओर अधिकारियों द्वारा भी ध्यान दिया जाना जरूरी हो गया है। दो मरीज आने के बाद शहर के अलग-अलग क्षेत्रों, बाजार में पत्रिका द्वारा जायजा लिया गया तो कहीं भी लोग गंभीर नजर नहीं आए है। बाजार में ग्राहक तो बिना मास्क के थे ही, दुकानदार भी मास्क नहीं लगाए हुए थे। दुकानों पर सोशल डिस्टेंस का भी कोई पालन नहीं हो रहा है। शहर में घूमने वाले पचास प्रतिशत से ज्यादा लोग अब मास्क लगाने से परहेज करने लगे हैं। यदि यही लापरवाही जारी रही तो तीसरी लहर का रुकना मुश्किल है। फुलकी, नाश्ता के ठेलों पर शाम के समय ज्यादा भीड़ नजर आई। एक साथ लोग भीड़ में खड़े थे और दुकानदार द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा था। गौरतलब है कि इंदिरा गांधी वार्ड और नानक वार्ड में दो कोरोना मरीजों की पुष्टी हो चुकी है और उनके संपर्क में आए लोगों को होम आइसोलेट भी कर दिया गया है, जिससे अन्य लोगों तक संक्रमण न फैल सके।
तेज करना होगा रोको टोको अभियान
नगरपालिका द्वारा रोको टोको अभियान लगातार चलाया जा रहा है, लेकिन इसे अब तेज करना होगा और अलग-अलग प्वाइंटों पर टीमें लगानी होंगी। अभी सिर्फ बिना मास्क वाले बाइक सवारों का ही चालान टीम के कर्मचारी काट रहे हैं। यदि कोई पैदल बिना मास्क का जाता है तो उसे नहीं रोका जा रहा है। साथ ही दुकानदारों पर भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बस, ट्रेनों में सख्ती जरूरी
इस समय बसों में बिना मास्क, सैनेटाइजेशन के ही लोग यात्रा कर रहे हैं। इन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। यदि बस में कोई यात्री संक्रमित पहुंच गया तो कई लोग संक्रमित हो सकते हैं। इसी तरह ट्रेनों में महाराष्ट्र, केरल सहित अन्य राज्यों से आने वालों यात्रियों की जांच करना भी अब जरूरी हो गया है। स्टेशन पर बरती जा रही लापरवाही से शहर में कई लोग पॉजीटिव हो सकते हैं। क्योंक जंक्शन होने के कारण हर दिन सैकड़ों लोग यहां से आते-जाते हैं। पूर्व में स्टेशन जांच केन्द्र था, लेकिन कुछ दिनों वह बंद पड़ा है।