अब फेरी लगाकर बेच रहे सामान
बीना. कोरोना की मार से हर तबका परेशान है, जिसमें किसी की नौकरी चली गई तो किसी का रोजगार ठप हो गया है। हाल यह है कि लोगों को घर चलाना भी मुश्किल हो गया है। कोरोना की स्थिति वर्तमान में सामान्य है, लेकिन पिछले दिनों का लॉकडाउन लोगों को मुसीबत लेकर आया है, जिसमें किसी ने दुकान शुरू करने के बाद कुछ ही दिनों में बंद कर दी, जो लोग सालों से दुकान चलाकर सामान बेच रहे थे वह किराया भी नहीं निकाल पाए और उन्हें या तो दूसरे धंधे बदलने पड़े या फिर दुकान की जगह ठेला लगाकर बेचना पड़ रहा है, ऐसे कई मामले सामने आए हैं।
शहर के हरपाल सिंह खनूजा कई सालों से सर्वोदय चौराहा पर किराए की दुकान में कपड़े का व्यापार कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद उनकी स्थिति काफी खराब हो गई। दुकान बंद रहने के कारण वह लगातार कर्ज में डूबते गए और अब बाइक पर ट्रॉली लगाकर फेरी लगाकर या फिर शहर में कहीं भी बाइक खड़ी करके धंधा कर रहे हैं। खनूजा ने बताया कि वह १४ हजार रुपए प्रतिमाह से किराए की दुकान लिए थे, इसके साथ ही साढ़े चार हजार रुपए में एक कर्मचारी भी काम करता था, इस प्रकार अन्य खर्च मिलाकर करीब बीस हजार रुपए खर्च होते थे, लेकिन जमा पूंजी किराए में देने और दुकान न चलने के कारण करीब पौने दो लाख के कर्ज में डूब गए है। कर्ज और न बढ़े इसके लिए दुकान बंद कर बाइक में छोटी ट्रॉली लगाकर उसमें कपड़े बेचकर अपना परिवार का खर्च चला रहे हैं।
दुकान बंद कर दूसरे शहर जाकर कर रहे काम
शहर के खुरई रोड पर कपड़े की दुकान चलाने वाले प्रमोद ने बताया कि वह भी किराए से दुकान लेकर कपड़े की दुकान चलाता था, लेकिन लॉकडाउन में दुकान बंद रहने व उसके बाद दुकानदारी नहीं होने के कारण लगातार कर्ज बढ़ रहा था, जिससे विदिशा जाकर दूसरा काम शुरू किया है।