भोपाल-झांसी के बीच हुआ ट्रायल, करीब तीस मिनट का आएगा अंतर
सागर•Oct 05, 2019 / 04:43 pm•
anuj hazari
Increased speed of Kushinagar Express, only the staff of Bina station will run the train
बीना. कुशीनगर एक्सप्रेस का ट्रायल कर उसकी स्पीड को बढ़ाया गया है अब यह ट्रेन भोपाल से झांसी करीब आधा घंटे पहले पहुंचेगी। इसके लिए भोपाल से झांसी के बीच स्पीड ट्रायल भी किया गया है, लेकिन इस ट्रेन को भोपाल के स्टाफ से चलाए जाने के बाद रेलवे की दोनों यूनियन ने इसका विरोध किया और डीआरएम से इसकी शिकायत की है। दरअसल इस ट्रेन को बीना का रनिंग स्टाफ चलाता है, लेकिन स्पीड ट्रेन के लिए एक दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है जो बीना के स्टाफ को प्रशासन द्वारा नहीं दिलाया गया और ट्रेन का ट्रायल भोपाल के स्टाफ से कराके वहीं के स्टाफ से चलाने की तैयारी की जाने लगी। इसके बाद इसकी जानकारी रेलवे यूनियन के लिए लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत डीआरएम उदय बोरवणकर सेे भी की है। अभी बीना में जो रनिंग स्टाफ है वह हाइस्पीड ट्रेन को चलाने के लिए ट्रेंड नहीं है इसलिए कुशीनगर एक्सप्रेस को बीना स्टाफ द्वारा नहीं चलवाया जा रहा है।
बीना से भोपाल के बीच दौड़ेगी 120 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से
जिन ट्रेनों में एलएचबी कोच लगे हैं उन्हें हाइस्पीड से ही चलाया जाना है। इसलिए कुशीनगर एक्सप्रेस को 110 किमी प्रतिघंटा से बढ़ाकर 120 किलो प्रतिघंटा किया गया है। वहीं यह ट्रेन भोपाल से झांसी के बीच में एवरेज स्पीड 140 रहेगी। बीना के स्टाफ को स्पीड ट्रेन चलाने का प्रशिक्षण दिलाने के बाद यही के स्टाफ से ट्रेन चलवाई जाएगी।
कर्मचारियों का होगा नुकसान
यदि कुशीनगर ट्रेन बीना के स्टाफ से नहीं चलवाई गई तो बीना स्टाफ को करीब 23 हजार किलोमीटर माइलेज का नुकसान होगा। कर्मचारी के हित में इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी बताया गया है।
संजय जैन, जोनल सहमहामंत्री, डब्ल्यूसीआरइयू
करेंगे विरोध प्रदर्शन
सीओएम और डीआरएम से इस संबंध में शिकायत की गई है। बीना का स्टाफ ही कुशीनगर ट्रेन को चलाएगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रभात उपाध्याय, सचिव लोको लाइन शाखा, बीना