जिले में आफत की बारिश के चलते अब लोग पलायन कर सुरक्षित स्थान पर जाने को विवश हैं। हालांकि शासन-प्रशासन की ओर से रेस्क्यू आपरेशन जारी है। लेकिन सोमवार को भी पानी का स्तर कम न होने से अभी नाले उफान पर हैं, जिसके चलते लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सोमवार को बारिश भले ही रुक गई है, लेकिन अभी बादलों को डेरा बना हुआ है। इससे लोग अभी राहत नहीं महसूस कर पा रहे। हालांकि गांव में एसडीईआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है।
आलम यह है कि बेलन नदी 3 फिट ऊपर चल रही है। बेलन नदी में पानी ज्यादा होने से डीही अमिलिया पहुचं मार्ग अभी भी बंद है। बेलन नदी में बाढ़ का असर एमपी के साथ ही यूपी के सीमावर्ती क्षेत्रों पर भी पड़ रहा है। इसी तरह त्योंथर के पास टमस नदी में बढ़ाव जारी है। टमस नदी में पानी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार चाकघाट के तेलना नाला 3 फिट के उपर चल रहा है। वही चन्द्रपुर के पास 1 फिट टमस बह रही है। त्योंथर में अमहा रोड अभी भी बंद है।
उधर शनिवार और रविवार को हुई जोरदार बारिश के चलते तराई क्षेत्र के खेतों मे कई फीट पानी भर गया है। बता दें कि तराई में सबसे ज्यादा धान की फसल बोई जाती है। लेकिन कई दिनों से फसलें पानी मे डूबी हैं ऐसे में उनके सड़ने का खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में फसल खराब होने के डर से किसान बेहाल है। अगर समय रहते किसानो को सहायता नही पहुंचाई गई तो वह तबाह हो जाएगा।