कोरोना संक्रमण बढ़ा, पहली बार एक दिन में 315 पाजिटिव मरीज पाए गए

– 1008 सेंपल की जांच में 31 प्रतिशत से अधिक संक्रमित मरीज मिले, बढ़ते आंकड़े प्रशासन की बढ़ा रहे टेंशन

<p>corona updates, positive patient rewa </p>

रीवा। कोरोना संक्रमण की गति रीवा जिले में लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों में पहली बार एक दिन में तीन सौ के पार मरीज मिलने की जानकारी सामने आई है। इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि जांच सेंपल में मरीजों के मिले प्रतिशत ने और टेंशन बढ़ा दी है।
आंकड़े सामने आने के बाद कलेक्टर ने देर शाम अधिकारियों के साथ उपचार व्यवस्था को लेकर बैठक की और हर मरीज को पर्याप्त उपचार सुविधा देने के लिए निर्देशित किया। एक दिन में 315 मरीज पाए गए हैं, जबकि जांच के लिए कुल सेंपल 1008 आए थे। सेंपल में 31 प्रतिशत से अधिक मरीज संक्रमण पाए गए हैं। अप्रेल महीने में लगातार संक्रमण में वृद्धि हुई है। बीते कुछ दिनों से सेंपल की जांच में 15 प्रतिशत से ऊपर ही संक्रमण पाया जा रहा है।
नए मरीजों में रीवा शहरी क्षेत्र में भी पहली बार रिकार्ड 207 की संख्या दर्ज की गई है। इसके अलावा गोविंदगढ़ में २३, नईगढ़ी में चार, गंगेव में 12, रायपुर कर्चुलियान में सात, मऊगंज में 30, हनुमना में एक, जवा में आठ, त्योंथर में दस एवं सिरमौर में 13 नए मरीज पाए गए हैं।
– मरीजों के उपचार पर नजर
बढ़ते संक्रमण के बीच कलेक्टर ने देर शाम फिर अस्पतालों में उपलब्ध बेड एवं अन्य सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने खासतौर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि जरूरतमंदों को तत्काल यह उपलब्ध कराया जाए। इसका दुरुपयोग नहीं हो, इसके लिए डीन एवं अधीक्षक नियमित निगरानी रखें। एक दिन पहले ही इंजेक्शन की खेप रीवा आई है। मेडिकल कालेज को अलग आवंटन हुआ है और स्वास्थ्य विभाग के जेडी कार्यालय को अलग, जहां से जिला अस्पताल को जरूरत के अनुसार भेजा जाएगा।

कोरोना उपचार के लिए 621 ऑक्सी, आईसीयू तथा एचडीयू बेड
कोरोना से ग्रसित मरीजों का उपचार करने के लिए जिले में 621 बेडों की उपलब्धता बताई गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
डॉ. एमएल गुप्ता ने बताया कि जिले में 62 बिना ऑक्सीजन वाले आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं। अस्पताल में 324 ऑक्सीजनयुक्त आइसोलेशन बेड हैं। इसके साथ-साथ 235 एचडीयू तथा आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। गंभीर रोगियों के उपचार के लिए 48 वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। इनमें वर्तमान में 225 कोविड रोगियों का उपचार किया जा रहा है। वेंटिलेटर आईसीयू में 27, एचडीयू बेड में 108, ऑक्सीजन युक्त आइसोलेशन बेड में 112 तथा बिना ऑक्सीजन वाले आइसोलेशन में पांच रोगियों का उपचार किया जा रहा है। वर्तमान में कुल 396 बेड खाली हैं। इनमें से 57 ऑक्सीजन रहित आइसोलेशन बेड, 212 ऑक्सीजन युक्त आइसोलेशन बेड, 127 एचडीयू बेड तथा 21 वेंटिलेटर
आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। कोरोना के उपचार के लिये दवायें तथा अन्य उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
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आज 13 हजार लोगों का होगा टीकाकरण
संक्रमण में लगातार हो रही वृद्धि के बीच टीकाकरण कार्य भी नियमित किया जा रहा है। 17 अप्रेल को जिले के72 केन्द्रों में १३३५० लोगों का टीकारण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। शुक्रवार को वैक्सीन का स्टाक खत्म हो जाने की वजह से कार्य प्रभावित रहा लेकिन नई खेप आने के बाद टीकाकरण का कार्यक्रम जारी किया गया है। हाल ही में टीका उत्सव में चार दिनों में बड़ी संख्या में लोगों को टीके लगाए गए थे।
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न्यायाधीश का प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार
– एक दिन पहले उपचार के दौरान हुआ था निधन
रीवा। जिला एवं सत्र न्यायालय में पदस्थ रहे न्यायाधीश कमलनाथ जयसिंहपुरे का कोरोना संक्रमण से निधन होने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। कोरोना के निर्धारित प्रोटोकाल के तहत बंदरिया मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान न्यायाधीशों के साथ ही अदालत के कई कर्मचारी और अधिवक्ता भी पहुंचे थे। न्यायाधीश कमलनाथ जयसिंहपुरे के परिजन भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके गृह जिले से आए थे। इस निधन पर जिला न्यायालय के अधिवक्ताओं ने गहरा दुख जाहिर किया है।
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