बिल्डर और अफसरों की मिलीभगत से हुए राजस्व नुकसान पर संभागायुक्त ने तलब की रिपोर्ट
– नगर निगम आयुक्त से 15दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए लिखा पत्र
रीवा। नगर निगम के राजस्व को नुकसान पहुंचाने के मामले में संभागायुक्त ने रिपोर्ट तलब की है। इसके लिए नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर 15 दिन में पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। कुछ समय पहले संभागायुक्त के पास शिकायत की गई थी कि शहर के एक बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने टैक्स का नुकसान कराया है। इसलिए मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों की भूमिका तय की जाए। इस पर अब संभागायुक्त ने नगर निगम के आयुक्त से पूरी जांच सहित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। संभागायुक्त ने अपने पत्र में सामाजिक कार्यकर्ता बीके माला द्वारा पूर्व में की गई शिकायत का हवाला देते हुए कहा है कि उस पर बिन्दुवार जांच की जाए। इस शिकायत में कहा गया है कि ढेकहा में 0.121 हेक्टेयर भूमि पर रामाकृष्णा अपार्टमेंट के नाम से आवासीय बहुमंजिला इमारत बनाए जाने के लिए आर्यावर्त रियल इंफ्रा लिमिटेड द्वारा निर्माण कराया जा रहा है। मास्टर प्लान के मुताबिक 26 मई 2014 को इसमें निर्माण की अनुमति नगर निगम की ओर से दी गई है। इसमें नगर निगम ने बिल्डर्स से शर्त रखी थी कि यदि वह निर्धारित अवधि में आवास का निर्माण नहीं करा पाते तो छह फ्लैट बंधक रहेंगे और इनसे ही भरपाई कराई जाएगी। इस पर पंजीयक कार्यालय में भी जानकारी दर्ज कराई गई। शिकायत में कहा गया है कि इसका निर्माण तीन साल के भीतर पूरा करना था। भवन निर्माण के बाद नगर निगम को मानकों का सत्यापन करना था लेकिन वर्ष 2017 में पूरी हुई अवधि के बाद से अब तक नगर निगम के अधिकारियों ने किसी तरह की प्रक्रिया नहीं अपनाई है। मई 2017 के बाद से इस भवन पर संपत्तिकर भी अधिरोपित किया जाना था लेकिन अब तक लिखित तौर पर निगम के अधिकारियों ने संबंधित बिल्डर्स से यह नहीं पूछा है कि उनका निर्माण पूरा हुआ अथवा नहीं। यदि निर्माण पूरा हो गया है तो उस पर टैक्स अधिरोपित करने की प्रक्रिया क्यों नहीं अपनाई गई। निगम अधिकारियों ने निर्माण की अवधि भी अभी तक बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। यह भी आरोप लगाया है कि निगम अधिकारियों ने बिल्डर्स से मिलीभगत करके अब तक कोई नोटिस तक जारी नहीं किया है। जबकि मकान खरीदने के लिए जिन लोगों से राशि ली गई है उसमें भी कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है।
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