न्याय व्यवस्था को मजबूत करने का लक्ष्य इस परीक्षा में 35 वी रैंक हासिल करने वाले आदित्य सिंह ने बताया कि वह इस देश की न्याय व्यवस्था का हिस्सा बनकर लोगों की सेवा करेंगे। उनका लक्ष्य न्याय व्यवस्था को मजबूत करने का है। कोर्ट में मामला चले जाने से लग रहा था कि कहीं साल बर्बाद न हो जाये लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं शिवांगनी ने बताया कि वो अब पीसीएस जे की तैयारी करेंगी। शिवांगनी की ऑल इंडिया 42 वी रैंक आयी है।
आदित्य सिंह के पिता रामचंद्र लखनऊ हाई कोर्ट में वकील हैं। बता दें कि क्लैट परीक्षा में गड़बड़ियों को लेकर कोर्ट में याचिका लंबित थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने गुरुवार को हर हाल में रिजल्ट जारी करने का आदेश दिया था। आदित्य ने इंटरमीडिएट में 95% अंक हासिल किये हैं। ये नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बंगलुरू से अपनी पढाई करके यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं।
टॉप लॉ कॉलेज में इसके जरिए मिलेगा एडमिशन इस बार यह परीक्षा केरल के कोच्चि स्थित ‘द नैशनल यूनिवर्सिटी ऑफ अडवांस लीगल स्टडीज’ आयोजित कर रही है। इसके माध्यम से देश के राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में एलएलबी और एलएलएम की सीटों पर दाखिला दिया जा सकेगा।
13 मार्च को हुई थी परीक्षा क्लैट प्रवेश परीक्षा 13 मई को शाम 3 बजे से 5 बजे के बीच आयोजित हुई थी। इस परीक्षा, में देश भर में 54000 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। परीक्षा में बैठने के लिए एलएलबी ऑनर्स में आवेदन के लिए 12वीं की परीक्षा में न्यूनतम 45 फीसदी अंकों की निर्धारित है। वहीं अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 40 फीसदी अंक इंटर में निर्धारित किए गए हैं। एलएलएम में दाखिले के लिए अभ्यर्थी को एलएलबी या एलएलबी इंटीग्रेटेड या समक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग व दिव्यांग अभ्यर्थियों के परीक्षा में 55 फीसदी अंक और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अभ्यर्थियों के 50 फीसदी अंक होना अनिवार्य होता है।
200 अंकों की होती है परीक्षा क्लैट की परीक्षा 200 अंक की होती है जिसके लिए दो घंटे का समय दिया जाता है। 200 अंकों में 50 अंक के लॉ से जुड़े हुए पश्न, 50 अंक के जेनरल नॉलेज के प्रश्न पूछे जाते हैं। साथ ही 40-40 अंकों के इंग्लिस व रीजनिंग से प्रश्न पूछे जाते हैं बाकी बचें 20 अंकों में गणित के प्रश्न पूछे जाते हैं।