साल में एक ही दिन खुलता है यहां माता का दरबार, जरुर करें दर्शन, हर मनोकामना होगी पूर्ण

आलोर की पहाड़ी पर स्थित गुफा में विराजित लिंगईमाता के दर्शन को आने वाले भक्तों की मंदिर परिसर में एंट्री होते ही वे सीसीटीवी कैमरे के में आ जाएंगें।

<p>सूर्यास्त होते-होते गुफा का द्वार भी बंद हो जाता है</p>
कोंडागांव. हर साल भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुये देवस्थल आलोर की पहाड़ी पर स्थित गुफा में विराजित लिंगईमाता के दर्शन के लिए आने वाले स्थानीय व अन्य राज्यों के भक्तों की मंदिर परिसर में एंट्री होते ही वे सीसीटीवी कैमरे के दायरे में आ जाएंगें और इनकी हर गतिविधि पर पुलिस की निगाह बनी रहेगी। ऐसा पहली दफे हो रहा हैं जब सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी की जा रही हैं।

अप्रिय घटना से बचने लगाया गया हैं कैमरा
दरअसल पुलिस इसे सुरक्षा की दृष्टि से लागने की बात कह रही हैं, क्योंकि यह इलाका पहले माओवादियों के प्रभाव में था। हालांकि अब इस इलाके से माओवादियों का पूरी तरह से सफया हो चुका हैं, लेकिन पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के साथ किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए ऐहतियात के तौर पर इसे लगाना सही मान रही हैं। 6 सितंबर को आलोर स्थित गुफा का द्वार विधि-विधान के साथ खोला जाएगा। हालांकि इस दिन पुलिस के साथ ही इलाके में तैनात अर्धसैनिक बलों को भी सुरक्षा में लगाया जाएगा।

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साल में एक ही दिन खुलता है द्वार
साल में केवल एक दिन ही निर्धारित तिथि को गुफा का द्वार खोला जाता है और सूर्यास्त होते-होते गुफा का द्वार भी बंद कर दिया जाता हैं। मान्यता है कि इस दिन जो भी भक्त यहां आकर दर्शन करता हैं उनकी मन्नत पूरी होती हैं। भक्तों में यह भी मान्यता हैं कि लिंगईमाता नि:संतान दंपतियों को संतान देती हैं। यही वजह है कि यहां नि:संतान दंपती काफी संख्या में दर्शन करने आते हैं।

कंट्रोल रूम से करेंगे नियंत्रित
एसडीओपी डीसी पटेल ने बताया कि सुरक्षा व भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं। मंदिर परिसर में ही एक बनने वाले कंट्रोल रूम से इसे नियंत्रित किया जाएगा।
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