जानकारी अनुसार वैशालीनगर गोरी नगर स्थित गोरेश्वर महादेव मंदिर के सामने क्षेत्रवासियों ने गणपति का पांडाल सजा रखा है। रविवार तड़के अज्ञात बदमाश पांडाल में लगे तिरपाल पर जलती हुई बीड़ी या सिगरेट फेंक गए। इससे प्लास्टिक के तिरपाल ने तेजी से आग पकड़ ली। पांडाल में सो रहे त्रिलोक तम्बोली, विकास आग की आंख खुली तो आग तेजी से फेल रही थी।
उन्होंने शोर मचाया तो आसपास के लोग जुट गए। क्षेत्रवासियों ने पानी डालकर आग को काबू पाया। सूचना पर पुलिस वृत्ताधिकारी उत्तर राजेश मीणा, थानाप्रभारी विजेन्द्र सिंह गिल घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस के समक्ष क्षेत्रवासी व हिन्दूवादी संगठन ने रोष जाहिर किया। पुलिस ने कल्याण गुर्जर की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धार्मिक भावना को ठस पहुंचाने का मामला दर्ज कर लिया।
पुलिसकर्मी किए तैनात घटना के बाद पांडाल के सामने दो पुलिसकर्मी तैनात कर दिए। पुलिस अधिकारियों का कहना कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने राह चलते बीड़ी या सिगरेट तिरपाल पर गिरा दी। जिससे आग भड़क गई। पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुटी है। दोपहर तक पुलिस को कोई सुराग या कामयाबी नहीं मिली। अलबत्ता घटना के बाद से क्षेत्र में अंदरूनी स्तर पर नाराजगी बरकरार है।
पहली बार हुई ऐसी घटना अजमेर में पिछले १०-१५ साल से शहर में कई जगह गणपति महोत्सव होते रहे हैं। पांडाल लगाकर दस दिन तक भगवान गणेश की स्तुति, भजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। ऐसा पहली बार हुआ है, जबकि किसी पांडाल में आगजनी का मामला सामने आया है। वैसे भी अजमेर सर्वपंथ समभाव के लिए भारत सहित विदेश में व्याख्यात है। यहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी, जैन, बौद्ध और अन्य धर्मावलंबी सौहार्द से रहते आए हैं।